सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों का विदाई समारोह हुआ आयोजित दी गई भावभीनी विदाई
सहायक उप निरीक्षक हरपाल सिंह परस्ते एवं प्रधान आरक्षक तेज प्रताप सिंह हुए सेवानिवृत तथा अवधेश प्रसाद गौड़ ने ली स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति
सेवा ही धर्म ,हमारा प्रत्येक क्षण जनता की सेवा के लिए होना चाहिए समर्पित – पुलिस अधीक्षक
आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मीटिंग कक्ष में जनवरी माह में सेवानिवृत हुए पुलिस अधिकारी कर्मचारि सहायक उप निरीक्षक हरपाल सिंह परस्ते, प्रधान आरक्षक तेज प्रताप सिंह, एवं स्वेच्छिक रूप से सेवानिवृत हो रहे अवधेश प्रसाद गौड़ के सम्मान में विदाई समारोह रखा गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक महोदय श्री मोती उर रहमान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री इसरार मंसूरी, डी एस पी (एम) श्री एन एस ठाकुर, रक्षित निरीक्षक ज्योति दुबे, सेवानिवृत्त अधिकारियों/कर्मचारी, एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम में चर्चा के दौरान सेवानिवृत्त हो रहे, सभी पुलिस अधिकारी कर्मचारियों द्वारा अपनी सेवा के दौरान आई चुनौतियों के विषय में बताया गया ,सहायक उप निरीक्षक हरपाल सिंह परस्ते ने बताया कि एक बार में अवकाश पर जा रहा था ,इसी दौरान एक व्यक्ति के घर में आग लगी हुई थी ,मैं तुरंत अपनी गाड़ी से उतरा और आग बुझाने लगा, वहां उपस्थित लोगों ने पूछा कि आप कौन हैं, जो तत्काल मदद के लिए आगे आए जिस पर हरपाल सिंह परस्ते जी द्वारा को बताया गया, कि मैं पुलिस विभाग में पदस्थ हूं और सेवा हमारा कार्य है। जिसकी सराहना करते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा कि सेवा हमारा धर्म है, हमारा प्रत्येक क्षण जनता की सेवा के लिए समर्पित होना चाहिए। इस ध्येय को आपने चरितार्थ किया ,आपने अवकाश पर होने पर भी तत्काल मदद के लिए आगे आकर मदद की यह निश्चित ही प्रशंसनीय कार्य है। चर्चा के दौरान प्रधान आरक्षक अवधेश प्रताप सिंह द्वारा बताया गया कि राजनादगांव छत्तीसगढ़ में तैनाती के दौरान एक बार नक्सलियों ने थाने को घेर लिया था, जिनसे हम लोगों की सीधी मुठभेड़ हुई
कार्यक्रम के अंत में सेवा निवृत हो रहे पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को साल श्रीफल फूलमाला के साथ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा सम्मानित किया। तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए बधाई दी
सेवानिवृत हुए अधिकारियों का संक्षिप्त सेवा विवरण
सेवानिवृत्त सहायक उप निरीक्षक हरपाल सिंह परस्ते
आपका जन्म 3 जनवरी 1963 को ग्राम बरोडी जैतपुर जिला शहडोल में हुआ था, आपने हायर सेकेंडरी तक शिक्षा अर्जित कर 1984 को आरक्षक के पद पर चयनित होकर जिला शहडोल में पदस्य हुए ,जो वर्ष 2003 में स्थानांतरित होकर अनूपपुर आए ,यहां थाना चचाई, जैतहरी ,कोतमा करणपत्थर, कोतवाली एवं यातायात में पदस्थ रहकर सेवाएं दी, नवंबर 2015 में आप सहायक उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नत हो कर उमरिया में पोस्टेड हुए, वर्ष 2021 तक उमरिया में पदस्थ रहकर आप पुनः स्थानांतरित होकर अनूपपुर आए ,यहां पर थाना चाचाई, अस्पताल चौकी में पदस्थ रहे , अपने 40 वर्ष 6 माह की सेवा पूर्ण की सेवा के दौरान आपको 108 इनाम प्राप्त हुए
सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक तेज प्रताप सिंह
आपका जन्म 5 जनवरी 1963 को ग्राम मुर्रा तहसील जैतहरी जिला अनूपपुर में हुआ था, हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा अर्जित कर आप सन् 1984 में आरक्षक के पद पर चयनित होकर जिला शहडोल में पदस्थ हुए , 2008 में आप स्थानांतरित होकर जिला अनूपपुर आए यहां पर पुलिस लाइन एवं कोतवाली में आपने सेवाए दी, 31 दिसंबर 2025 को आप शासकीय सेवा में 44 वर्ष की अवधि पूर्ण कर सेवानिवृत हुए, सेवा के दौरान आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों के लिए 186 बार पुरुस्कृत किए गए
स्वैच्छिक सेवानिवृत्त प्रधान आरक्षक अवधेश प्रसाद गौड़
आपका जन्म 18 मार्च 1970 को ग्राम कुदरी जिला शहडोल में हुआ था ,हाई स्कूल तक की शिक्षा अर्जित कर आप सन् 1991 में आरक्षक के पद पर चयनित होकर राजनदगांव तत्कालीन मध्य प्रदेश वर्तमान छत्तीसगढ़ में पदस्थ हुए ,2005 को जिला राजनांदगांव से स्थानांतरित होकर अनूपपुर आए अनूपपुर में थाना कोतमा, चचाई करणपत्थर और राजेंद्र ग्राम में आपने सेवाए दी, 31 दिसंबर 2025 को आप 35 वर्ष 6 माह की सेवा पूर्ण कर सेवानिवृत हुए, अपनी सेवा काल में आपके द्वारा किए गए अच्छे कार्यों के लिए आपको 125 बार पुरस्कृत किया गया