थर्मैक्स पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और कंपनी ठेकेदार की मिली भगत से हो रहा मजदूरों का शोषण
जितेंद्र शर्मा
शहडोल। आप जानकारी के अनुसार थर्मैक्स पावर प्राइवेट लिमिटेड ओरिएंट पेपर मिल कागज कारखाना के पावर प्लांट में करोड़ों रुपए के ठेके का संचालन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा पावर हाउस संचालन के लिए सिर्फ अपने जी एम, इंजीनियर, सुपरवाइजर,फोरमैन के दम पर संपूर्ण पावर हाउस इकाई का संचालन बिजली उत्पादन के लिए कर रहा है किंतु प्राइवेट लिमिटेड थर्मैक्स पावर कंपनी में पावर हाउस प्लांट के अंदर मजदूरों का शोषण वर्षों से किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उद्योग के अंदर मणि शंकर नामक ठेकेदार के द्वारा थर्मैक्स पावर कंपनी को मजदूरों की सप्लाई की जाती है
जिनके माध्यम से थर्मैक्स पावर कंपनी बॉयलर, टरबाइन जैसी खतरनाक प्लांट में इन मजदूरों से कार्य लिया जाता है जो अपनी जान जोखिम में डालकर कम मजदूरी मिलने के बावजूद भी अधिकारी बने थर्मैक्स पावर कंपनी के जी एम के इशारे पर कार्य अवधि 8 घंटे की होने के बावजूद मजदूरों से 12 घंटे तक कार्य लिया जाता है इसके एवज में निर्धारित मजदूरी मूल्य को ना देते हुए उनके मजदूरी का भुगतान ठेकेदार के कमीशन खोरी में चला जाता है अगर ठेकेदार और थर्मैक्स पावर कंपनी के जी एम के द्वारा अगर इन मजदूरों ने अपनी समस्याओं का जिक्र भी किया तो उसे कार्य से हटा दिया जाता है और यह खेल वर्षों से चल रहा पावर हाउस का संचालन करने वाला थर्मैक्स पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी महाराष्ट्र पुणे का बताया जाता है
जिसके द्वारा 12 घंटे कार्य लेने के उपरांत उन मजदूरों को ना तो कर घंटे का ओवर टाइम दिया जाता है और ना ही इन मजदूरों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार के सुरक्षा उपकरणों को प्रदान किया जाता है सिर्फ और सिर्फ मजदूरों का भरपूर शोषण किया जाता है जबकि इस थर्मैक्स पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को कागज कारखाना के द्वारा करोड़ों रुपए के ठेका प्रदान कर लाभ पहुंचाने का प्रयास निरंतर जारी है