एक वर्ष की उपलब्धि
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से महिलाएं बनीं आत्मनिर्भर
अनूपपुर / राज्य सरकार ने माता-बहनों और बेटियों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए नित नई योजनाएं चलाई हैं, जिनके परिणाम उत्साह बढ़ाने वाले हैं। इन प्रयासों के चलते ही मध्यप्रदेश में महिलाएं अब मजबूर नहीं बल्कि मजबूत होकर उभरी हैं। प्रदेश शासन महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत् सुधार और परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। बेटियां वरदान कहीं जाने लगी हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आत्मसात करते हुए लाड़ली बहनों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिए हैं। उनके सफल प्रयासों की सफलताओं के नवांकुर आज राज्य को अलंकृत कर रहे हैं। इसी तारतम्य में अनूपपुर जिले की महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ बेटियों, माताओं एवं बहनों को मिल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लाडली लक्ष्मी योजना के 2709 हितग्राहियों को 387387000 रुपये, लाडली बहना योजना के 130234 हितग्राहियों को 1899207200 रुपये, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के 5333 हितग्राहियों को 28289000 रुपये, मुख्यमंत्री बाल आर्शीवाद योजना के 72 हितग्राहियों को 4232000 रुपये, स्पांसरशिप योजना के 184 हितग्राहियों को 11172000 रुपये, कोविड-19 बाल सेवा योजना के 16 हितग्राहियों को 765000 रुपये तथा पोषण आहार योजना के तहत 68000 हितग्राहियों को 195884000 रुपये का हितलाभ प्रदाय किया गया है।