अंततः नहीं रहा इलाजरत शावक
रिपोर्ट- राजू सौदागर
मो. 8518831738
चित्रकूट अनुभाग के मझगवां वन परिक्षेत्र अन्तर्गत चितहरा बांध के दलदल में 2 दिवस पूर्व फंसा मिला बाघ का शावक जिसका वन विभाग की टीम द्वारा रेस्क्यू कर मझगवां वन रेस्टहाउस परिसर में मुकुंदपुर जू के डॉक्टरों की देखरेख में इलाज करवाया जा रहा था गौर तलब है कि शावक की स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई थी जिंदगी की जद्दोजहद के लिए लड़ते महज 6 माह के शावक ने दम तोड़ दिया जिसके बाद से पूरे वन अमले में मायूसी देखी जा रही है
चितहरा बांध में फंसे करीब 6 महीने के नर शावक जिसका मझगवां वन अमले द्वारा रेस्क्यू कर मझगवां रेस्टहाउस परिसर में मुकुंदपुर जू के वन्य जीव चिकत्सा विषेशज्ञ डॉक्टर राजेश तोमर की देखरेख में इलाज किया जा रहा था किन्तु उसे बचाया नहीं जा सका वन जीव चिकित्सा अधिकारी राजेश तोमर के मुताबिक शावक के हृदय एवं मस्तिष्क में सूजन थी तो वही पीएम करने पर उसके लंग्स में इन्फ़ेक्सन और पेट में कीड़े मिले है माना जा रहा है की शावक काफी दिनों से बीमार थातो वही भोजन न करने से काफी कमजोर भी हो गया था, जिसने आज आखिरकार हार मान कर दम तोड़ दिया
बाइट डॉ. राजेश तोमर, वन्यजीव चिकित्सा अधिकारी मुकुंदपुर जू