आत्मनिर्भरता की कहानी, कमला बाई सारथी की जुबानी
महतारी वंदन योजना बनी बड़ा सहारा
एमसीबी/ मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ शासन की महतारी वंदन योजना राज्य की महिलाओं को आर्थिक संबल और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाने वाली एक क्रांतिकारी पहल बन चुकी है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश की महिलाओं को हर माह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है जिसका उपयोग कई महिलाएं अपनी दैनिक आवश्यकताओं के साथ-साथ छोटे व्यवसाय शुरू करने में भी कर रही हैं। इसी कड़ी में जिला मनेंद्रगढ़।चिरमिरी भरतपुर के विकासखंड मनेंद्रगढ़ निवासी कमला बाई सारथी की कहानी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
कमला बाई को पूर्व से 500 रुपयों की विधवा पेंशन मिलती थी जिसमें अब महतारी वंदन योजना से अतिरिक्त 500 रुपये जुड़ गए हैं। इस कुल 1000 रुपयों की मासिक सहायता को उन्होंने संजोकर एक छोटा किराना व्यवसाय शुरू किया है। कमला बाई बताती हैं कि जब से उन्हें महतारी वंदन योजना की राशि मिलने लगी है तब से उनकी आर्थिक स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। अब वे स्वयं कमाई कर रही हैं और धीरे-धीरे अपने व्यवसाय का विस्तार भी कर रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कमला बाई कहती है की महतारी वंदन योजना हम महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इससे हम आत्मनिर्भर बन रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यह राशि हर महीने समय पर हमारे खाते में आती है जिससे हमारा विश्वास और भी मजबूत हुआ है।
कमला बाई सारथी जैसी महिलाएं अब यह साबित कर रही हैं कि थोड़ी-सी सहायता और निरंतर प्रोत्साहन से कोई भी महिला अपने जीवन की दिशा बदल सकती है। निसंदेह, महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की महिलाओं के सपनों को उड़ान देने वाली एक सशक्त आधारशिला बन रही है।