वनों की दुर्दशा: अवैध कटाई, अतिक्रमण और लापरवाही से जंगलों का विनाश
वन परिक्षेत्र कोतमा सर्किल लतार बीट धुरवासिन कक्ष क्रमांक 442 कोटमी जंगलों में अवैध कटाई, वन भूमि पर अवैध कब्जा और लापरवाही के कारण आग की घटनाओं से प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। छोटे पेड़-पौधे आग की चपेट में आकर नष्ट हो रहे हैं, जबकि वन विभाग के कर्मचारियों पर लगे आरोप सिद्ध होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं और जंगलों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं
स्थानीय निवासियों ने बताया कि वन विभाग को बार-बार इन गंभीर मुद्दों के बारे में लिखित शिकायत और अखबार खबर में प्रकाशित कर सूचित किया गया, लेकिन हर बार उनकी शिकायतों को अनसुना अनदेखा कर दिया गया। यह पहली बार नहीं है जब वन विभाग की लापरवाही सामने आई है। पिछले कई सालों से जंगलों की अवैध कटाई, अतिक्रमण और आग की घटनाओं की खबरें सुर्खियों में रही हैं, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह समस्या लगातार बढ़ती जा रही है
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से उनका मनोबल बढ़ गया है और वे जंगलों की देखभाल नहीं कर पा रहे बजाय एक ही स्थान सर्किल में पदस्थ होने के कारण सुस्ती पन आ गया और उन अवैध कारोबार अतिक्रमणकर्ताओं से अपना अपना सेटिंग बनाकर मनमानी ढंग से वन भूमि में अवैध कब्जा और वृक्षों की अवैध कटाई मुनारा नष्ट जैसे कई कृत कार्य जा रहे है जिस पर अंकुश नहीं बीट गार्ड सर्किल लतार लगा पाई बल्कि इनके रहने से के चलते जंगलों की सुरक्षा और संरक्षण पर गंभीर असर पड़ रहा है
इस गंभीर मुद्दे पर स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि वन विभाग के लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, जंगलों की सुरक्षा के लिए नियमित निगरानी और ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय रहते इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो जंगलों की हरियाली और वन्यजीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा