जिला प्रशासन का मुख्य ध्येय विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना- कलेक्टर
विद्यालय में शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं एवं सुविधाओं का विद्यार्थियों को दिलाए लाभ-कलेक्टर
बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार अर्धवार्षिक परीक्षा की कॉपी का कराएं जांच- कलेक्टर
जिले में व्यवसायिक शिक्षा को किया जाए प्रोत्साहित-कलेक्टर
कलेक्टर ने जनजातीय कार्य, शिक्षा विभाग तथा सर्व शिक्षा अभियान की संयुक्त समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
अनूपपुर 16 अक्टूबर 2025/ कलेक्टर श्री हर्षल पंचोली ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रमुख ध्येय विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। सभी संकुल प्राचार्य, विद्यालय प्राचार्य एवं प्रधानाध्यापक सुनिश्चित करें कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ शासन द्वारा निर्धारित सभी मूलभूत सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो। इसके अतिरिक्त, पात्रता के अनुसार सभी योजनाओं का लाभ विद्यार्थियों तक पहुँचाया जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बोर्ड परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान समय से ही परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाए और उसका पालन सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर श्री पंचोली आज जिला पंचायत के सभागार में आयोजित जनजातीय कार्य विभाग, शिक्षा विभाग तथा सर्व शिक्षा अभियान की संयुक्त समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।
बैठक में कलेक्टर श्री पंचोली ने अर्धवार्षिक परीक्षा के संबंध में अधिकारियों एवं प्राचार्यों के साथ विस्तृत चर्चा की। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि अर्धवार्षिक परीक्षा बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार आयोजित की जाए तथा उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच भी सुनिश्चित की जाए, जिससे विद्यार्थियों का सही आंकलन किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में विद्यार्थियों की दक्षता के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाए और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाए, ताकि जिले में बोर्ड परीक्षा के परिणाम और बेहतर हों। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले वर्ष शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों से जो सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए, उसी प्रकार इस वर्ष भी अधिक मेहनत कर परिणामों में सुधार सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने संकुल प्राचार्याे को निर्देशित किया कि सभी संकुल प्राचार्य समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण अवश्य करें तथा विद्यालयों की रिपोर्ट भी तैयार करें। कलेक्टर ने ड्रॉप आउट विद्यार्थियों के संबंध में भी विद्यालय के प्राचार्य एवं प्रधानाध्यापक से जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने जिले में संचालित शालाओं में नामांकन, गणवेश एवं साइकिल वितरण, छात्रावास निरीक्षण, स्वास्थ्य परीक्षण, भवन निर्माण, पाठ्यपुस्तक वितरण, शालाओं में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता तथा मरम्मत कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। कलेक्टर ने नामांकन पर जोर देते हुए नामांकन प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए। सभी अधिकारियों को विकासखण्ड स्तर पर बैठक आयोजित कर अपने अधीनस्थ कर्मियों को सक्रिय करने एवं निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री पंचोली ने जनपदवार विद्यालयों में आईसीटी/कंप्यूटर लैब की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। अधिकारियों ने बताया कि जिले के जनपद पंचायत अनूपपुर में 16, जैतहरी में 33, कोतमा में 10 और पुष्पराजगढ़ में 23 लैब स्थापित की गई हैं, जिनमें विद्यार्थियों को कंप्यूटर की तकनीकी शिक्षा प्रदान की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान युग कंप्यूटर का युग है, अतः विद्यार्थियों को गंभीरता से कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने अधिकारियों एवं प्राचार्यों को निर्देशित किया कि जिले में व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने गणवेश वितरण राशि की स्थिति की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने अवगत कराया कि प्रथम से अष्टम कक्षा तक के 57,354 विद्यार्थियों में से 54,402 विद्यार्थियों के खातों में डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो चुका है। आधार कार्ड से ई-केवाईसी न होने के कारण 1,628 विद्यार्थियों का ट्रांजैक्शन पेंडिंग है और 236 विद्यार्थियों का ट्रांजैक्शन असफल हुआ है। जिस पर कलेक्टर ने सभी प्राचार्य को प्रबंधक ई-गवर्नेंस से संपर्क स्थापित कर आधार कैंप विद्यालय में लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने दिव्यांग विद्यार्थियों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। जिस पर बताया गया कि जिले में लगभग 896 विद्यार्थी चिन्हित किए गए हैं, जिसके अंतर्गत विकासखण्ड अनूपपुर में 180, जैतहरी में 331, कोतमा में 165 तथा पुष्पराजगढ़ में 220 विद्यार्थी हैं। इसी प्रकार कलेक्टर ने सांदीपनि विद्यालय, सिविल शिक्षा प्रोत्साहन, योजना बस्ती विकास योजना की प्रगति, लंबित पेंशन प्रकरण सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती अर्चना कुमारी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग सुश्री सरिता नायक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री तुलाराम आर्मो सहित जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी एवं संकुल प्राचार्य तथा विद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।


















