अगर मालवा /साध्वीवर्या तारण रत्ना श्री जी व सांध्य रत्ना श्री जी मा.सा.की शुभ निश्रा में चल रहे वर्षावास मे अनेकों तप तपस्या की झड़ी में सोमवार को स्थानीय जामुचोतरा से मासक्षमण महामृत्युंजय तप 30 उपवास (गरम जल पर आधारित)की 19 वर्षीय तपस्वी कु.प्राची पद्मा कैलाशचंद्र लाडवा राठौड़ का वरघोड़ा एवं वेदी जी की यात्रा निकाली गई जो घाटी नीचे पुरानी मार्केटिंग सोसायटी होते हुए नाना बाजार,अजीतनाथ जैन मंदिर होते हुए सरकार बाड़ा, पटेल वाडी,हाटपुरा, झण्डा चौंक,सतीरोड, माहेश्वरी भवन होते हुए जैन ओसवाल भवन में धर्मसभा में परिवर्तित हो गई जहां पर साध्वी श्री तारण रत्ना श्री जी ने कहा की रस्ना का स्वाद हमने हमेशा लिया लेकिन आहार संज्ञा को छोड़ना वो भी छोटी उम्र में 30दिनो तक ऐसे तप हमारे सुरक्षा कवच होते हे बाह्य तप शरीर की सुरक्षा करता है अभ्यंतर तप मन की सुरक्षा करता है ऐसे में श्रावक श्राविकाओं को करना चाहिए।
आपकी निश्रा में इस वर्षावास मे 8,9,10,11, उपवास एवं निगोद निवारण तप की भी अनेक तपस्या हुई है वर्षा वास में आयंबिल ,सांकली तेरे की तपस्या चल रही है साध्वी श्री के प्रवचन के पश्चात तपस्वी कु.प्राचीपद्माकैलाश जैन का बहुमान सोने की चैन से समाज की ओर से किया गया व समाजजनों ने भी तपस्वी का बहुमान वरघोड़े में जगह जगह किया व वेदी जी की गहुली की गई वरघोड़े में समाज अध्यक्ष विनोद जैन श्रीपाल,नगर पालिका अध्यक्ष निलेश पटेल एवं समाजजन ने बड़ी संख्या में उपस्थित थे वरघोड़े में महिला मण्डल बहु मण्डल भी अपनी अपनी पोषक में उपस्थित थे धर्मसभा का संचालन सचिव मनीष गांधी ने किया समाज के अशोक नाहर ने बताया की मुर्तिपुजक जैन श्रीसंघ का साधार्मिक वात्सल्य जैन ओसवाल भवन में किया गया।