जिला जेल में बंदी की संदिग्ध मौत: पुलिस पर झूठे केस में फंसाकर मारपीट का आरोप
पांढुर्णा. छिंदवाड़ा जिला जेल में पांढुर्णा जिले के रहने वाले भावराव उइके की संदिग्ध मौत ने पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मृतक के परिजनों का आरोप है कि भावराव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बेरहमी से मारपीट की. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने सोमवार को भावराव के शव को शराब दुकान के सामने रखकर जोरदार प्रदर्शन किया.
फटे कपड़े और छाती पर गहरे चोट के निशान
मृतक पांढुर्णा के ग्राम तिगांव का रहने वाला था. मृतक की पत्नी शर्मीला उइके ने बताया कि कुछ दिन पहले जब वह अपने पति से जेल में मिलने गई थीं, तब उसने खुद बताया कि पुलिस ने उनके साथ बुरी तरह मारपीट की है. शर्ट फटी हुई थी और छाती पर गहरे चोट के निशान थे. भावराव ने छाती में लगातार दर्द की शिकायत भी की थी. अचानक मौत की सूचना से पूरा परिवार स्तब्ध है.