अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सुअवसर पर एसईसीएल हसदेव क्षेत्र मे योग प्रशिक्षण के विशेष कार्यक्रम
अनूपपुर
करें योग रहे निरोग कोयला मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिये गए निर्देशों के अनुपालन मे मुख्यालय बिलासपुर के निर्देशानुसार आज दिनांक 21 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सुअवसर पर एसईसीएल हसदेव क्षेत्र मे योग प्रशिक्षण के विशेष कार्यक्रम का आयोजन श्री एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (तकनीकी/ संचालन) एसईसीएल बिलासपुर के मुख्य आतिथ्य मे अभिनंदन भवन, राजनगर मे संपन्न हुआ
दीप प्रज्ज्वलन और अतिथियों के समुचित स्वागत के उपरांत मुख्य योग प्रशिक्षक श्री एच एन पांडेय और उनकी 40 सदस्यीय टीम द्वारा 45 मिनट से अधिक समय तक उपस्थित लगभग 550 के जनसमूह को विभिन्न योगासनो से परिचित कराया गया
क्षेत्रीय महाप्रबंधक हसदेव क्षेत्र श्री उमेश च॔द शर्मा के मार्गदर्शन मे आयोजित इस कार्यक्रम मे हसदेव क्षेत्र के अधिकारियों, कर्मचारियो श्रमसंघ प्रतिनिधियो और सीआईएसएफ की 40 सदस्यीय टीम ने बढ चढ़कर हिस्सा लिया।
जागृति महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती विनीता शर्मा और उनकी टीम ने कार्यक्रम मे महिलाओ की महत्वपूर्ण उपस्थिति को रेखांकित किया
कार्यक्रम का भव्य आयोजन मूलतः राजनगर स्थित अनन्या वाटिका मे सुबह 6:00 बजे से रखा गया था जिसे क्षेत्र मे जारी भारी बारिश के कारण अभिनंदन परिसर मे संपन्न किया गया
कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथियो के प्रति आभार प्रदर्शन कर योगाभ्यास के इस कार्यक्रम का समापन श्री मनोज विश्नोई, महाप्रबंधक (खान बचाव) ने किया
औपचारिक कार्यक्रम की समाप्ति पर मुख्य आतिथि श्री एन फ्रैंकलिन जयकुमार, निदेशक (तकनीकी एवं संचालन) एसईसीएल बिलासपुर, सहित अन्य अतिथियों द्वारा “एक पेड मां के नाम” योजना के तहत अनन्या वाटिका मे फलदार वृक्ष लगाकर आज के दिन का समापन किया गया
इन फ्रैंकलिन जयकुमार निर्देशक तकनीक संचालन के द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया की योग भारत की एक महान सांस्कृतिक धरोहर है, जो न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मन और आत्मा को भी शांति प्रदान करता है। यह अनुशासन, संतुलन और जागरूकता का प्रतीक है।
आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवन में योग को अपनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। योग न केवल बीमारियों से दूर रखता है, बल्कि हमें मानसिक रूप से भी मज़बूत बनाता है
आइए, हम सभी इस योग दिवस पर यह संकल्प लें कि:
हम प्रतिदिन योगाभ्यास करेंगे,
अपने परिवार, समाज व गाँव में योग के लाभों का प्रचार-प्रसार करेंगे,
और एक स्वस्थ, जागरूक व संस्कारित समाज के निर्माण में अपना योगदान देंगे।
“योग करें, रोग हरें – स्वस्थ जीवन अपनाएं”