तो क्या संविलियन भर्ती क्षेत्र के लिए नासूर साबित होगी
मास्टर कर्मचारी एवम संबिलियन कर्मचारी आमने-सामने
राजनगर
कोयलांचल क्षेत्र की नवगठित नगर परिषदपरिषद बनगांव डूमर कछार और डोला में फर्जी हुए संविलियन भर्ती घोटाला में कुछ कर्मचारियों को उनका वेतन देने के फैसला के बाद अब फिर क्षेत्र चर्चा में आ गया है और उनका वेतन किया गया उसके बाद सभी नगर परिषदों में एक अलग सा माहौल उत्पन्न हो गया है और सभी परिषद के मास्टर कर्मचारी और फर्जी भर्ती हुए संविलियन कर्मचारी आमने-सामने दिखाई दे रहे हैं जहां अब मास्टर कर्मचारी भी संविलियन भर्ती के खिलाफ कोर्ट का रास्ता अपना चुके हैं
अगर यह फर्जी भर्ती सम मिलियन कर्मचारी अगर नगर में आते हैं तो नगर का माहौल काफी खराब हो सकता है क्योंकि यह जितने भी फर्जी संविलियन भारती कर्मचारी हैं इनमें 90% नगर के न हो कर के अन्य जगहों के हैं
जिनको कोई नगर परिषद के लोग नहीं जानते कि यह कौन लोग हैं और कहां से आए हैं और इन लोगों को कभी हमारे नगर में नहीं देखा गया तो इनका भारती कैसे हो गया अगर शासन को भर्ती करना ही था तो सबसे पहले प्रमुखता नगर के लोगों देना था और हमारे नगर के लोग यह कहते नजर आते हुए हैं चौक चौराहे पर की हमारे नगर के लड़के जब से यह नगर परिषद बनगांव डोला डूमर कछार का गठन हुआ है तब से और पूरे करोना कॉल में अपने जान को जोखिम में डालकर हमारे नगर के लोगों को सुरक्षित किया लड़कों ने यह पूरे नगर परिषद का कार्य किया है और कार्य हो रहे हैं और यह कहां के लोग हैं कहां से आए हैं और कैसे भर्ती हो गए यह लोगों को पता ही नहीं चला और आज यह सभी लोग जो इस भर्ती में शामिल हैं फर्जी दस्तावेज लगाकर इस पूरे फर्जी भर्ती को सही साबित करने में लगे हैं
अगर यह फर्जी भर्ती सही साबित होती है तो तो नगर का माहौल कुछ अलग सा होगा क्योंकि इस पूरे भर्ती में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंडल अध्यक्षों एवं भारतीय जनता पार्टी के कई पदाधिकारी के बच्चे और बच्चियों शामिल है और यह जब अगला चुनाव आएगा तो पार्टी एवं नेताओं के लिए गले की फांस बन सकती है क्योंकि जिन युवाओं का रोजगार इन नेताओं के कारण छिन गया है उन युवाओं से वोट कैसे मांगेंगे क्योंकि यह सभी नगर परिषद भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान जी की दी गई सौगात थी
जिसको कुछ अधिकारियों के द्वारा फर्जी भर्ती कर इसे पार्टी का नाम धूमिल किया जा रहा है क्योंकि नगर परिषद बनगांव का अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी डूमर कछार व डोला के अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के हैं और उनके कार्यकाल में अगर यह सब मिलियन फर्जी कर्मचारी भर्ती अगर कार्य पर आते हैं तो आने वाले समय में यह सभी भारतीय जनता पार्टी के नेता क्या बोलकर अपने पार्टी के लिए और अपने लिए वोट मांगेंगे जाएंगे और जब पार्टी के पदाधिकारी ही फर्जी भर्ती में सम्मिलित है तो पार्टी के लिए कैसे वोट मांग पाएंगे देखना यह है कि नगर के लोग और नगर परिषद के अध्यक्ष एवं सभी पार्षद गण एवं सभी जनप्रतिनिधियों ने इस पर अपनी क्या प्रतिक्रिया जारी करते हैं क्योंकि नगर परिषद बनगांव डोला डूमर कछार जो अभी पलायन की ओर अग्रसर बढ़ता जा रहा है
और जब यहां के युवाओं को ही रोजगार नहीं मिल पाएगा तो इस परिषद बनाने का कोई फायद नहीं है क्योंकि अभी यह तीनों नगर परिषद में करीब 200 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अभी कार्यरत है जो अपना जीवन यापन इसके माध्यम से कर रहे हैं अगर यह सभी फर्जी भर्ती संविलियन कर्मचारी आते हैं तो इन कर्मचारियों का भी नगर परिषद बनगांव से हटा दिया जाएगा और इनका आने वाले समय में जीवन यापन यह कैसा चलेगा क्योंकि यह सभी कर्मचारी कोरोना कॉल से ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं अब देखने की बात यह है कि क्या शासन प्रशासन इस फर्जी भर्ती घोटाले का पर्दाफाश कर पाएगी या नहीं