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साल्ही पंचायत में दस्तावेजों को लेकर टकराव, सरपंच ने उठाए सवाल

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साल्ही पंचायत में दस्तावेजों को लेकर टकराव, सरपंच ने उठाए सवाल

 

ब्यूरो: आनंद शर्मा

एमसीबी:ग्राम पंचायत साल्ही के नवीन सरपंच केवल सिंह मरकाम ने पंचायत व्यवस्था में व्याप्त अनियमितताओं और पूर्व सरपंच के रवैए को लेकर जनपद पंचायत मनेन्द्रगढ़ की अध्यक्ष श्रीमती जानकी बाई को दिनांक 9 जून को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पंचायत की पाँच प्रमुख समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग करते हुए प्रशासन को चेताया है कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो जनपद कार्यालय का घेराव किया जाएगा

पुरानी फाइलों और दस्तावेजों पर घमासान

सरपंच मरकाम ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि पूर्व सरपंच रामबाई श्याम वर्ष 2011-12 से लेकर 2024-25 तक की समस्त पंचायत कार्यवाही पंजी, दस्तावेज अपने पास ही रखे हुए हैं, जिन्हें बार-बार मांगने के बावजूद अब तक नहीं सौंपा गया।

इतना ही नहीं, पंचायत कार्यालय की आलमारी की चाबी तक उन्हें नहीं सौंपी गई है, जिससे सरकारी अभिलेखों की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। इस संबंध में 30 अप्रैल 2025 को ही जनपद सीईओ को लिखित आवेदन दिया गया था, मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

प्रधानमंत्री सड़क योजना की फाइल पर विवाद

सरपंच ने पीएम सड़क योजना से गुलाब कमरो घर तक बनी सड़क की फाइल की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मांग की है कि निर्माण से जुड़ी किसानों की सहमति और अवत्यजन (भूमि हस्तांतरण) फाइल उन्हें उपलब्ध कराई जाए। साथ ही पवन सिंह कुसरो के घर तक बनी सी सी सडक निर्माण कार्य का अवत्यजन (भूमि हस्तांरण ) फाइल उपलब्ध करायी जाये l जिससे पारदर्शिता बनी रहे l

यह भी आरोप लगाया गया है कि जनपद अध्यक्ष के पति पवन सिंह कुसरो ने ग्रामसभा व पंचायत के कार्यो में हस्तक्षेप कर सचिव से मनमाने तरीके से कार्यवाही कराया जाता है। मरकाम ने पवन सिंह कुसरो पर सचिव को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए तत्काल सचिव का स्थानांतरण करने की मांग की है।

25 वर्षों के वर्चस्व का अंत और नया जनादेश

गौरतलब है कि साल्ही पंचायत में बीते 25 वर्षों से एक ही परिवार — अमर सिंह श्याम व उनकी पत्नी रामबाई — का दबदबा था। इस बार पंचायत चुनावों में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी केवल सिंह मरकाम ने 286 मतों से जीत दर्ज कर परिवर्तन की शुरुआत की है।

उनके विरोधी अमर सिंह श्याम को मात्र 124 और प्रीतम सिंह को 50 वोट ही प्राप्त हुए। जनता को मरकाम से पारदर्शिता और निष्पक्ष विकास की उम्मीद है।

जब तक न्याय नहीं, तब तक ग्रामसभा नहीं’

सरपंच मरकाम ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक मांगी गई फाइलें, दस्तावेज और समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता, कोई भी ग्रामसभा आयोजित नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को सीधी चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर जनपद पंचायत कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में

पूर्व सरपंच द्वारा दस्तावेज न सौंपना, सचिव की मनमानी कार्यशैली और जनपद अध्यक्ष के परिवार का सीधा हस्तक्षेप — इन सभी पहलुओं ने जनपद प्रशासन की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या जनपद अध्यक्ष श्रीमती जानकी बाई निष्पक्ष होकर कार्यवाही करेंगी या राजनीतिक संबंधों के चलते मामले को अनदेखा करेंगी? यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो पाएगा।

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