थाना शाहनगर पदस्थ एस आई अवध राज उईके की गुंडागर्दी से ग्रामीण त्रस्त
मदन तिवारी पन्ना
पन्ना/ जिले के थाना शाहनगर में पदस्थ एस आई अवध राज्य उईके की गुंडागर्दी इस तरह क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है कि शाम ढलते ही अवध राज उईके शराब के नशे में धुत्त हो जाते हैं और जो भी पीड़ित या शासकीय काम कराने वाले लोग थाना शाहनगर जाते हैं जिन्हें अवध राज उईके का शिकार होना पड़ता है हाल ही का मामला है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर से एक सफाई कर्मी रात में 11:00 बजे तेहरीर लेकर थाना शाहनगर जाता है जहां पर अवध राज उईके नशे की हालत में बैठे ऐसा लग रहा था कि किसी शिकार की तलाश में है और जैसे ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर का सफाई कर्मी थाने के अंदर पहुंचा और बेंच पर बैठ गया वैसे ही अवध राज उईके के द्वारा उसके ऊपर गलियां और लाठी बरसाने लगे और उस सफाई कर्मी को थाने के अंदर ले जाकर बेरहमी से पीटने लगे इतना ही नहीं पीड़ित का कहना है कि वहां पर तीन से चार पुलिसकर्मी उपस्थित रहे लेकिन किसी की हिम्मत नहीं पड़ी की शराबी तानाशाह एस आई अवध राज उईके का विरोध कर मुझे बचा ले और मैं सिर्फ यह एस आईं अवध राज उईके से पूछता रहा कि मेरा कसूर क्या है लेकिन अवध राज उईके के द्वारा एक नहीं सुनी और शराब के नशे में लाठिया तोड़ते रहे इस तरह की गुंडागर्दी आखिर कब तक चलेगी यह कोई पहला मामला नहीं है एस आई की भ्रष्टाचारी शराब खोरी तानाशाही के चलते पहले भी सुर्खियों में बने रहे लेकिन संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण इस तरह है कि आज पुनः उन्होंने वही हरकत की जिसकी एक थाना शाहनगर स्तर से लेकर भोपाल तक जिनकी शराब कोरी भ्रष्टाचारी और तानाशाही की शिकायत हो चुकी है लेकिन आखिर कारण क्या है कि इस शराबी और भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मी के विरोध नाम पर एक भी कार्यवाही की कलम नहीं चली आखिर क्या कारण है क्या इस तरह की पुलिस कर्मियों की इस कार्य शैली से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की छवि किस तरह धूमिल हो रही है पुलिस और जनता के प्रति किस तरह दूरियां बन रही हैं जबकि थाना में पदस्थ थाना प्रभारी के द्वारा लगातार जनता और पुलिस के बीच संबंध एवं प्रेम व्यवहार बनाने की कोशिश की जा रही है लेकिन इस तरह की पुलिस कर्मियों की रहते हुए भला कैसे थाना प्रभारी अपने मासूमों पर सफल हो पाएंगे