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बाल संरक्षण मामलों पर त्वरित व संवेदनशील कार्यवाही हो

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बाल संरक्षण मामलों पर त्वरित व संवेदनशील कार्यवाही हो

 

बाल भिक्षावृति पर हो आवश्यक कार्यवाही

 

नशा सेवन प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए आयोजित हो जागरूकता कार्यक्रम

 

मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य द्वय ने अधिकारियों एवं स्टेक होल्डर्स के साथ की समन्वय बैठक, दिए निर्देश

 

अनूपपुर 29 मार्च 2025/ मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्री ओंकार सिंह एवं डॉ. निवेदिता शर्मा ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सोन सभागार में विभागीय अधिकारियों एवं स्टेक होल्डर्स के साथ समन्वय बैठक की। बैठक में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न योजनाओं एवं कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन, किशोर एवं बाल संरक्षण के लिए संचालित संस्थाओं एवं गतिविधियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मो. इसरार मंसूरी, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उप संचालक श्री के.के. सोनी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग सुश्री सरिता नायक, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री विनोद परस्ते, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती मंजूषा शर्मा, बाल कल्याण समिति के सदस्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

 

मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य द्वय ने बैठक में पॉक्सो तथा जेजेबी से जुड़े विषयों पर चर्चा करते हुए जिले में दर्ज पाक्सो प्रकरणों की जानकारी प्राप्त कर कहा कि पॉक्सो के प्रत्येक प्रकरण पर सपोर्ट पर्सन नियुक्त किए जांए। किसी भी प्रकरण में सपोर्ट पर्सन न छूटे इसका विशेष ध्यान रखें। पॉक्सो एक्ट तथा जेजेबी एक्ट के संबंध में प्रशिक्षण तथा इनका वृहद रूप में प्रचार-प्रसार किया जाए। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों से निकलने वाले शत-प्रतिशत बच्चों के प्राथमिक शालाओं में नामांकन कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग स्कूलों में आयोजित कराए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम में गुड टच, बैड टच के साथ ही बच्चों से संबंधित कानून एवं नीतियो के संबंध में, चाईल्ड एवं महिला हेल्पलाईन नम्बर आदि जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारी से भी अवगत कराएं।

 

बैठक मे संबंधित विभागों से आवासीय विद्यालय, छात्रावास, निजी छात्रावास, सेल्टर होम, बाल गृह, मदरसा, शिशु गृह, बालिका गृह आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई तथा यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि इन संस्थानों में बच्चों को उचित देखभाल, शिक्षा एवं सुविधाएं मिले। सदस्य द्वय ने कहा कि प्रत्येक छात्रावास में सुरक्षा एवं निगरानी की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगवाना सुनिश्चित करें तथा बालिका छात्रावास में अधीक्षक एवं चौकीदार सहित अन्य कर्मचारी महिला ही नियुक्त की जाए।

 

बैठक में सदस्य द्वय ने जिले में बाल संरक्षण अधिकारो के संबंध में जानकारी लेते हुए पुलिस एवं बाल कल्याण समिति को समन्वय स्थापित करते हुए बाल संरक्षण के मामले में त्वरित और संवेदनशील कार्यवाही करने को कहा।

उन्होंने कहा कि पॉक्सो संबंधी कोई भी प्रकरण अगर थानों में दर्ज होती है, तो इसकी सूचना तत्काल बाल कल्याण समिति को दी जाए। साथ ही निर्धारित प्रपत्र अ एवं ब में इसकी रिपोर्टिंग की जाए। उन्होंने पुलिस थानों में बच्चों की काउंसलिंग के समय पुलिस अधिकारियों से वर्दी न पहन कर सिविल ड्रेस में पूछताछ और काउंसलिंग करने का सुझाव दिया।

 

उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ती हुई नशीले पदार्थों के दुष्परिणामों से युवाओं, विद्यार्थियों एवं समाज को अवगत कराकर नशा सेवन प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए जनजागृति कार्यक्रम आयोजित किए जांए।

साथ ही विद्यालयों के 100 मीटर के दायरे में कोई भी नशीले पदार्थों की दुकान न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। यदि दुकान पाया जाता है, तो संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए।

उन्होंने जिले में बाल भिक्षावृत्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त कर इसमें संलग्न बच्चों को रोकते हुए शिक्षा हेतु विद्यालय में प्रवेश कराने के निर्देश दिए तथा बाल भिक्षावृत्ति कराने वालों पर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

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