सेवानिवृत्त हुए प्राचार्य गिरीश कुरचनिया
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नागपुर में थे पदस्थ
एमसीबी। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (कत्था ड्रेस) में प्राचार्य गिरीश कुरचानिया के सेवानिवृत होने पर जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा की अध्यक्षता में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि प्राचार्य गिरीश का व्यक्तित्व सरल, अनुशासित सकारात्मक सोच वाला है। इन्होंने अपने कार्यकाल में ईमानदारी पूर्वक कार्य किया और किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं दिया। मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि वह जहां भी रहे स्वस्थ रहें मस्त रहें।
कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि स्वयं कुरचनिया ने अपने भाव विभोर संबोधन में सेवाकाल की 36 वर्षों की कठिन परिस्थितियों में भी इमानदारी से पॉजिटिव सोच के साथ काम करने की बात कही। उन्होंने आगे कहा की किसी भी उच्च अधिकारी को शिकायत का मौका नहीं दिया और ना ही स्पष्टीकरण देना पड़ा। यही शिक्षा जगत में मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। आप सभी का स्नेह बना रहे ऐसी कामना करता हूं। कार्यक्रम को प्राचार्य संजीव सिंह, सुदीप्ता शर्मा, लांजेवार सर, सत्येंद्र सिंह तथा विकासखंड शिक्षा अधिकारी मनेद्रगढ़ सुरेंद्र सिंह जनकपुर इस्माइल खान ने भी संबोधित किया।
ज्ञात रहे श्री कुरचानिया ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सेवा बस्तर से 180 किलोमीटर दूर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोन्टा से 1988 से प्रारंभ की तथा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (कत्था ड्रेस) मनेद्रगढ़ में 2007 में व्याख्याता के पद पर कार्यभार ग्रहण किया तथा 2013 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलबहरा के प्राचार्य बने। इसके बाद 2019 से 2022 तक मनेंद्रगढ़ में विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पद का दायित्व सफलतापूर्वक निर्वहन किया और वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नागपुर से सेवानिवृत्त हुए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्राचार्य रश्मि जैन, रामाश्रय शर्मा, डॉ विनोद पांडेय, मधुबाला कश्यप, अयूब लाल, टी विजय गोपाल राव, माता प्रसाद द्विवेदी, मधुमिता चौधरी, नारायण तिवारी, सुनीता मिश्रा, अल्मा बेग, संजय ताम्रकार, पारसमणी, मनोहर गुप्ता, एवं विद्यालय के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे तथा सभी ने नई पारी शुरुआत करने के लिए बधाई दिया और उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन संस्था के प्राचार्य उदयभान मिश्रा तथा कार्यक्रम का संचालन सुषमा मैडम ने किया।