ग्राम कोटमी जंगल की अवैध कटाई में बीडगार्ड डिप्टी रेंजर लतार सहित उप वन क्षेत्रपाल कोतमा तीनो कर्मचारी के विरुद्ध हुई की नोटिस जारी
अनूपपुर/ वन परिक्षेत्र कोतमा अंतर्गत ग्राम कोटमी में कुछ महीने से लगातार RF442 की शिकायत हो रही थी जिसका अखबर खबर के माध्यम से तेजी से प्रकाशित हुई जहा पर लोकल जांच टीम द्वारा पक्षपात कर उन अधिकारियो के करनी एव भ्रष्टाचार में लीपापोती कर मामले को दबाने की प्रयास की जबकि वन भूमि में डिप्टी रेंजर बीडगार्ड परिक्षेत्र कोतमा अधिकारीयों के साठ गांठ से डिप्टी रेंजर बीडगार्ड के सह सहयोग से वन भूमि में अवैध अतिक्रमण हुआ है और वृक्षों की कटाई में संलिप्ता पाया गया था वन परिक्षेत्र अनूपपुर कोतमा के जांच में प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया था
जिसमे शिकायतकर्ता सहित ग्रामीणों असतुष्ट रहे और हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिए थे हरी प्रसाद यादव ने वन मंडलाअधिकारी अनूपपुर दिनांक 20 फरवरी 2024 को शिकायत की थी जहा पर पूर्व वनमंडलाधिकारी अनूपपुर श्रद्धा पंद्रे के द्वारा तत्काल अपने सज्ञान में लेकर दिशा निर्देश देते हुए अपने मार्ग दर्शन में वन मण्डलधिकारी वन मंडल दक्षिण शहडोल स्पेशल टास्क फोर्स को जांच की जिम्मा सौंप कर जांच दिनांक 10 मार्च 2024 को कराई गई जहा पर शहडोल टीम अधिकारी द्वारा जंगल को घूम फिर देखा जिसमे कोटमी जंगल में 24 नग सराई के साल प्रजाति एव धुरवासिन जंगल के कुछ ही हिस्सा में 11 नग पेड़ो की अवैध कटाई पाई गई जिन ठूठो में कोई हैमर तथा मौके स्थल में वनोपज की लड़की मौजूद नहीं मिला था
एसटीएफ जांच टीम पहुंचकर जंगल में घूम फिर कर खोल दी सारी पोल बना गया 77 हजार साथ सौ चालीस रुपए की जांच में वृक्षो हानि नुकसानी थी तथ्य संबध में कोटमी धुरवासीन जंगलों की वृक्षों की अवैध कटाई में हरी प्रसाद यादव का शिकायत भी सही पाया गया जिसमे तीनो अधिकारियो पर आरोप सिद्ध हुआ और अशोक कुमार निगम के विरुद्ध 23 हजार तीन सौ बाइस रुपए विनोद कुमार मिश्रा के विरुद्ध 23 हजार तीन सौ बाइस रुपए सोमपाल सिंह कुशराम के विरुद्ध इकतीस हजार छियानवे रुपए की दिनांक 11 अप्रैल 2024 को नोटिस ज़ारी हुआ सूचना के अधिकार के तहत 23 सितंबर 2024 को जानकारी प्राप्त हुआ प्रार्थी द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी की ग्राम कोटमी धुरवासिन जगल की हुई नुकसानी वसूली आदेश की छाया प्रति की मांग गई थी लेकिन उसको न देकर 10 अक्टूबर 2024 को तीनो का जारी नोटिस की छाया प्रति सूचना के आधिकार से दिया गया
जिस पर पता चला की अभी तक वसूली का आदेश नही हुआ है और वही तीनो कर्मचारी जिनके पदस्थ रहने पर व्रक्षों की अवैध कटाई में संलिप्ता पाई गई तीनो कर्मचारियों को सर्किल प्रभारी लतार डिप्टी रेंजर विनोद कुमार मिश्रा बीडगार्ड धुरवासिन सोमपाल सिंह उप वन क्षेत्रपाल अशोक कुमार निगम को आज भी उसी जगह पर तैनात है जिस जगह पर रह कर अवैध कटाई वन भूमि में भू माफियो को अवैध कब्जा दिलाने जैसे कार्यों को अंजाम दिया गया है और लगातार दे रहे है आख़िर इतनी गंभीर मामले में आज सात महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक क्यों नहीं हुई वसूली का आदेश आखिर किसके संरक्षण से तीनो कर्मचारी बच रहे है वन विभाग के वरिष्ट अधिकारीयो पर सवाल खडा कर दिया है