छठ महापर्व को लेकर नगर परिषद बरगवां (अमलाई) की व्यापक तैयारी, अध्यक्ष गीता गुप्ता ने नगरवासियों से की श्रद्धापूर्वक पर्व मनाने की अपील
अमलाई
छठ महापर्व को लेकर नगर परिषद बरगवां (अमलाई) की ओर से इस वर्ष भी भव्य आयोजन किया जा रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष गीता गुप्ता के निर्देशन में संपूर्ण नगर में तैयारियाँ जोरों पर हैं। नगर परिषद द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। अध्यक्ष गीता गुप्ता ने सभी नगरवासियों से अपील की है कि वे इस पावन पर्व को श्रद्धा, आस्था और सामाजिक समरसता के साथ मनाएं तथा निर्धारित समय पर पूजन स्थल पर पहुंचकर छठ मईया का पूजन करें
छठ पर्व के अवसर पर नगर परिषद की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। सोडा फैक्ट्री गांधीनगर वार्ड क्रमांक तीन स्थित धोबी तालाब को इस वर्ष का मुख्य पूजन स्थल बनाया गया है। इस स्थल पर विशेष रूप से माताओं और बहनों के लिए पूजन की संपूर्ण व्यवस्था की गई है, ताकि वे श्रद्धापूर्वक और सुविधाजनक वातावरण में छठ मईया की आराधना कर सकें
पूजन स्थल पर लाइटिंग, बैठने की व्यवस्था, टेंट, साफ-सफाई, पेयजल और सजावट की विशेष व्यवस्था नगर परिषद द्वारा की गई है। स्थल को आकर्षक और धार्मिक वातावरण में सजाया जा रहा है। श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए नगर परिषद द्वारा परिवहन साधनों की व्यवस्था भी की गई है, जिससे माताओं और बहनों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो
नगर परिषद अध्यक्ष गीता गुप्ता ने कहा कि छठ महापर्व हमारी आस्था, श्रद्धा और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे पूजन स्थल पर स्वच्छता बनाए रखें, तालाबों में अपशिष्ट सामग्री न डालें और स्वच्छता अभियान में सहयोग करें।
भाजपा नेता अभिषेक गुप्ता ने भी नगर परिषद की तैयारियों की सराहना करते हुए कहा कि नगर परिषद बरगवां अमलाई क्षेत्र अंतर्गत विशेष तौर पर उन माताओं और बहनों के लिए जो छठ मईया का पूजन करना चाहती हैं, उनके लिए सोडा फैक्ट्री गांधीनगर वार्ड नंबर तीन स्थित धोबी तालाब पर विशेष पूजन स्थल की व्यवस्था की गई है, जहां श्रद्धालु महिलाएं श्रद्धापूर्वक छठ मईया का पूजन कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि पूजन स्थल पर आने-जाने के लिए साधनों की समुचित व्यवस्था नगर परिषद की ओर से की गई है।
नगर परिषद की यह पहल न केवल धार्मिक आस्था को सशक्त बनाती है, बल्कि समाज में स्वच्छता, एकता और परंपरागत संस्कृति के संरक्षण का संदेश भी देती है। बरगवां और आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालु इस आयोजन में बड़ी संख्या में सम्मिलित होंगे और छठ मईया की आराधना करेंगे।


















