नपा अध्यक्ष अजय सराफ ने चंगेरी घाट से तत्काल प्रभाव से रेत उत्तखनन रोकने खनिज विभाग को लिखा पत्र
रिपोर्ट दीपेश जैन
(कोतमा) नगर पालिका परिषद कोतमा के अध्यक्ष अजय सराफ ने पत्र लिखते हुए जिला खनिज विभाग अनुपपुर को लिखा की आपके विभाग द्वारा केवई नदी के चंगेरी घाट में रेत उत्खनन की परमीशन दी गई है उक्त खदान नगर पालिका कोतमा के इंटेकवेल के निकटतम है, जिससे कोतमा नगर की 35000 की जनसंख्या को जलापूर्ति की जाती है। इसके अतिरिक्त एक इंटेकवेल पी०एच०ई० विभाग का सिंचाई के लिये एवं एक इंटेकवेल कोल माइंस विभाग का जलप्रदाय के लिये है, जिसके माध्यम से कोतमा कॉलरी, जमुना कॉलरी, गोविन्दा कॉलरी की लगभग 32000 की जनसंख्या की जलापूर्ति होती है
दो दो पुकलैंड मशीन बहते पानी से निकाल रही हैं रेत
यह की चंगेरी खदान में केवई नदी के बहते निर्मल जल में दो पोकलेन मशीन के माध्यम से लगातार 24 घंटे रेत उत्खनन का कार्य बिना किसी निश्चित अनुपात के किया जा रहा है जिस कारण नदी में गहरे गढ्डे निर्मित हो जाते हैं एवं जल प्रवाह में लगातार कमी हो रही है गहरे गढ्डे होने के कारण पूर्व में नदी में डूबने की घटनायें हो चुकी हैं एवं आगे भी ऐसी घटना होने की प्रबल संभावना है एवं इस प्रकार लगभग 70000 की जनसंख्या की जलापूर्ति प्रभावित हो रही है
इंटकवेल में बार बार पानी के साथ अधिक रेत आ रही है
यह कि खदान एवं इंटेकवेल की दूरी कम होने के कारण एवं लगातार उत्खनन होने के कारण जल में रेत की अधिक मात्रा आने से पंप खराब होने के कारण जल प्रदाय बाधित होता है। एवं निकाय को आर्थिक क्षर्ति होती है।
एनजीटी का खुला उल्लंघन
यह कि जलापूर्ति के प्रमुख स्त्रोत से बिना एन.जी.टी. की अनुमति के खनन कार्य किये जाने से नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है एवं लगातार उत्खनन से जल
का पी.एच. मान कम हो रहा है, जिससे जल की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है
अतः केवई नदी के चंगेरी खदान में किये जा रहे लगातार उत्खनन को तत्काल बंद कराई जावे जिससे नगर पालिका क्षेत्र कोतमा की जनता को निर्बाध जलापूर्ति की जा सके एवं सोन नदी की प्रमुख सहायक नदी केवई के प्राकृतिक रूप को संरक्षित रखा जा सके