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प्रतिदिन हो रहे हैवी ब्लास्टिंग से थर्राता है मोहल्ला डर के साए में जीने को मजबूर वार्ड वासी मां कुदरगढ़ी एवं एस ई सी एल प्रबंधन के रवैया से परेशान है लोग

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राजनगर ओपन कास्ट की हैवी ब्लास्टिंग से डोला में तबाही: घरों में दरारें, पत्थर गिरने से जान का खतरा

डोला की बस्तियों में कोयले से पहले कंपन पहुंचा, हर घर बना खतरे का केंद्र

अयोध्या बी एल सिंह

अनूपपुर= जिले के हसदेव क्षेत्र स्थित एसईसीएल की राजनगर ओपन कास्ट कोल माइंस की ब्लास्टिंग अब डोला नगर परिषद क्षेत्र के लिए खतरा बनती जा रही है। खदान से सटे वार्डों में 116 से अधिक मकानों की दीवारों में दरारें आ चुकी हैं, छतें जर्जर होकर गिरने की कगार पर हैं और फर्श तक दरक चुके हैं। स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है। हाल ही में हुई एक हैवी ब्लास्टिंग के बाद उछलकर आए पत्थर कई घरों पर गिरे। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना कोल माइंस प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करती है

जनसुनवाई में फूटा लोगों का गुस्सा, कलेक्टर से की गुहार

25 दिसंबर 2024 को हुई जनसुनवाई में डोला क्षेत्र के सैकड़ों रहवासी जिला कलेक्टर के पास पहुंचे। उन्होंने अपनी व्यथा साझा करते हुए बताया कि वर्षों से वे खदान की ब्लास्टिंग से हो रहे नुकसान को झेल रहे हैं, लेकिन अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि अपने ही घरों में रहना जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है

जनसुनवाई के बाद प्रशासन ने पहली बार गंभीरता दिखाई। एसडीएम कोतमा कार्यालय के निर्देश पर एक आठ सदस्यीय जांच टीम गठित की गई, जिसमें पांच पटवारी और तीन कॉलरी प्रबंधन के अधिकारी शामिल हैं। टीम को प्रभावित क्षेत्र का स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।

सर्वे में सामने आई भयावह तस्वीर

जांच टीम के सर्वे में डोला नगर परिषद के वार्डों की स्थिति चौंकाने वाली निकली। हर गली, हर मोहल्ले में दरकती दीवारें, उखड़ता प्लास्टर, झुकी छतें और डरे सहमे लोग नजर आए। टीम ने स्वीकार किया कि खदान से हो रही ब्लास्टिंग का सीधा असर घरों पर पड़ रहा है और इनकी स्थिति अत्यंत संवेदनशील है

मुआवजे की मांग पर सिर्फ आश्वासन, न राहत, न मरम्मत

रहवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार कॉलरी प्रबंधन से मुआवजे और घरों की मरम्मत की मांग की, लेकिन उन्हें अब तक केवल आश्वासन ही मिला है। न कोई आर्थिक सहायता दी गई, न ही कोई तकनीकी टीम मरम्मत के लिए भेजी गई। लोगों का सवाल है—जब सरकार को कोयले से अरबों की कमाई हो रही है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा और अधिकारों का क्या?

ब्लास्टिंग में नियमों की अनदेखी, प्रबंधन पर सवाल

ब्लास्टिंग के दौरान तय मानकों और सुरक्षा नियमों का पालन न किया जाना इस हादसे का मुख्य कारण बताया जा रहा है। “अब देखने वाली बात होगी कि क्या प्रशासन और कॉलरी प्रबंधन समय रहते ठोस कदम उठाएंगे या किसी बड़े हादसे का इंतजार करेंगे?”

2 मई की ताजा घटना ने फिर खोली सेफ्टी की पोल

यह मामला अभी इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि 2 मई 2025 को एक बार फिर हैवी ब्लास्टिंग के कारण एक बड़ी चट्टान उड़कर नगर परिषद डोला के वार्ड क्रमांक 11 में रहने वाले ईश्वर पनिका के घर के पास आकर गिरी। ईश्वर पनिका ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस प्रशासन और कॉलरी प्रबंधन को दी। सौभाग्यवश इस बार कोई जानमाल की हानि नहीं हुई, लेकिन इससे यह साफ हो गया कि ब्लास्टिंग में लापरवाही अब भी जारी है।

प्रबंधन ने मानी चूक, सेफ्टी इंचार्ज को थमाया नोटिस

घटना की सूचना मिलते ही कॉलरी प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का मुआयना किया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सेफ्टी इंचार्ज की चूक के कारण यह हादसा होते-होते बचा।

इनका कहना है

आपने जो जानकारी दी है इस संबंध में बात करता हूं

उमेश शर्मा
मुख्य महाप्रबंधक हसदेव क्षेत्र

इनका कहना है

सेफ्टी इंचार्ज को नोटिस दे दिया गया है!

दीपक कुमार
खान प्रबंधक रामनगर ओपन कास्ट

 

प्रतिदिन हो रहे हैवी ब्लास्टिंग से थर्राता है मोहल्ला

डर के साए में जीने को मजबूर वार्ड वासी

मां कुदरगढ़ी एवं एस ई सी एल प्रबंधन के रवैया से परेशान है लोग

राजनगर
एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के राजनगर खुली खदान परियोजना में किए जा रहे हैवी ब्लास्टिंग से आए दिन कोई ना कोई दुर्घटना होती रहती है जहां दुर्घटना होने पर एस ई सी एल एवं ओबी कार्य में लगी मां कुदरगढ़ी कंपनी एक दूसरे पर ठिकड़ा फोड़ कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जिसका परिणाम है कि मोहल्लेवासी हमेशा डर के साए में जीने को मजबूर हैं जहां कुछ माह पूर्व ही हैवी ब्लास्टिंग के कारण मां कुदरगढ़ी कंपनी में कार्यरत एक कर्मचारी की मौत हो गई थी इसके बाद कुछ दिनों तक सुधार करने पर पुनः पुराने कार्य प्रणाली पर चलते हुए उत्पादन को बढ़ाने के लिए सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है जिससे जहां लोगों के घरों में दरारें पड़ रही है तो पत्थर का एवं कोयला का टुकड़ा लोगों के घरों तक पहुंच जाता है जहां 2 मई को प्रबंधन द्वारा ब्लास्टिंग इतनी हैवी की है कि कोयला एवं पत्थर का टुकड़ा पूरे वार्ड में फैल गया संजोग अच्छा था कि इस घटना में कोई व्यक्ति हालत नहीं हुआ जहां इस पूरे घटना की सूचना वार्ड वासियों द्वारा परिषद को दी गई इसके पश्चात अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया

इस संबंध में खुली खदान परियोजना राजनगर के खान प्रबंधक दीपक बेंजामिन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एक होल में गड़बड़ी होने से ऐसा हुआ है

वही मां कुदरगढ़ी के प्रबंधक जय सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ब्लास्टिंग में हमारी कंपनी का कोई रोल नहीं होता है सारा रोल एस ई सी एल प्रबंधन का होता है हमारा कार्य केवल ओ बी हटाना होता है

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