मनरेगा में बड़ा घोटाला मजदूरों का हक मारकर मशीन से निर्माण, शिकायत पर बंद हुआ काम
ब्यूरो: आनंद शर्मा
कोरिया,सोनहत। जनपद पंचायत सोनहत के ग्राम घुघरा में मनरेगा अंतर्गत बन रहे रिटर्निंग वॉल निर्माण में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। मजदूरों के हक को दरकिनार कर मशीनों से निर्माण कार्य कराया जा रहा था। सूत्रों की मानें तो यह कार्य भाजपा नेता से जुड़ी एक निर्माण एजेंसी द्वारा कराया जा रहा था
शिकायत मिलने पर पंचायत अधिकारियों ने आनन-फानन में कार्य को बंद तो करवा दिया, लेकिन इससे घोटाले की परतें और भी खुलती नजर आ रही हैं। स्थानीय ग्रामीणों और सूत्रों के अनुसार, निर्माण कार्य की शुरुआत महज तीन दिन पूर्व हुई थी।मनरेगा में जहां श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराना प्राथमिक उद्देश्य है, वहीं यहां ठेकेदार द्वारा एग्जास्ट मशीनों से निर्माण कराया जा रहा था। इससे स्पष्ट है कि मजदूरी का पैसा अधिकारियों और ठेकेदारों की जेब में जा रहा था।पूरे मामले में जनप्रतिनिधियों से लेकर जिम्मेदार इंजीनियरों तक की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। शिकायत के बाद संबंधित अधिकारियों ने कार्य को भले ही रोक दिया हो, लेकिन इससे पहले मजदूरों के नाम पर सरकारी फंड का जमकर दुरुपयोग हो चुका है।विशेष बात यह है कि जिस एजेंसी को निर्माण का कार्य सौंपा गया था, उसका संबंध भाजपा नेता से बताया जा रहा है, जिससे मामले की गंभीरता और भी बढ़ जाती है
यह केवल एक मामला नहीं है!
सूत्रों का कहना है कि सोनहत विकासखंड में इस प्रकार के कई निर्माण कार्य चल रहे हैं, जहां मनरेगा के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बिना मजदूरों की उपस्थिति के, सिर्फ मशीनों और कागजों के सहारे निर्माण दिखाकर लाखों रुपये का गबन किया जा रहा है।क्या कहती है पंचायत?पंचायत अधिकारियों ने निर्माण कार्य को बंद करवाने की पुष्टि तो की है, लेकिन कार्य की गुणवत्ता, तकनीकी स्वीकृति, मजदूरों की उपस्थिति व भुगतान से जुड़ा कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। इससे संदेह और भी गहरा हो गया है।आमजन का सवाल:मजदूरों का हक मारने वालों पर कार्यवाही कब होगी?क्या भाजपा नेता के नाम पर एजेंसी को संरक्षण मिल रहा है?जिला प्रशासन कब तक आंख मूंदे बैठा रहेगा?पूरी खबर का विस्तृत विवरण आगामी रिपोर्ट में: कार्यस्थल निरीक्षण, ठेकेदार से बातचीत एवं प्रशासनिक प्रतिक्रिया शामिल की जाएगी