कोटमी गाँव की प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़क पर अवैध कब्जे और उपेक्षा से बढ़ रहा दुर्घटनाओं का खतरा
जनपद पंचायत अनूपपुर के अंतर्गत धुरवासिन ग्राम पंचायत के परासी रोड से कोटमी गाँव में प्रधानमंत्री सड़क योजना (PMSY) के तहत निर्मित सड़क अवैध कब्जों, गंभीर उपेक्षा और जर्जर हालात के चलते राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को कई बार सूचित करने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं किया गया हैअवैध अतिक्रमण का बोलबाला
सड़क के दोनों किनारों की सीमा चौड़ी पट्टी पर धीरे-धीरे अवैध कब्जे हो रहे हैं। अतिक्रमण करने वाले पट्टी की मिट्टी को इधर-उधर फेंककर सड़क की सीमा को संकीर्ण कर रहे हैं, जिससे सड़क की चौड़ाई घट गई है और संरचना को भारी नुकसान पहुँचा है
गड्ढों से भरी सड़क
सड़क के विभिन्न हिस्सों में गहरे गड्ढे बन गए हैं, जो वर्षा के बाद और भी खतरनाक हो जाते हैं। वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को इन गड्ढों से बचते हुए यात्रा करनी पड़ती है, जिससे दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ गया है
अतिक्रमण के साथ उपेक्षित रखरखाव
सड़क के किनारे घास, बरमसिया और काँटेदार पौधों का अंधाधुंध उगाव हो गया है, जिससे रास्ता संकरा हो गया है। यह अतिक्रमण न केवल यातायात को बाधित कर रहा है, बल्कि दुर्घटनाओं को भी न्यौता दे रहा है
हमने बार-बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है
प्रशासन की चुप्पी:
ग्रामीणों के अनुसार, उन्होंने ब्लॉक स्तर के अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक को इस मुद्दे से अवगत कराया, लेकिन न तो अतिक्रमण हटाने और न ही सड़क की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम उठाया गया। इस उपेक्षा ने ग्रामीणों की परेशानी को और बढ़ा दिया है
– सड़क के अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए और चौड़ी पट्टी को पुनः सुरक्षित किया जाए।
– गड्ढों वाले हिस्सों की त्वरित जाँच कर मरम्मत की जाए
– सड़क के किनारे उग आए पौधों और घास की सफाई कर यातायात को सुगम बनाया जाए
कोटमी गाँव की यह सड़क न केवल योजना के उद्देश्यों को पूरा करने में विफल हो रही है, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही की मिसाल भी बन गई है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की माँग की है, ताकि जनजीवन को सुरक्षित बनाया जा सके। अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यह सड़क दुर्घटनाओं का अड्डा बन सकती है