- कलेक्टर निर्देश के बाद CMHO कोरिया ने चार महिने लटकाया….
- महिनो जाचकर्ताओ ने दबाया आदेश !
- स्वतंत्र जांच पर संदेह।
बीरबल की खिचड़ी तो सुना था किन्तु बीरबल की जांच छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में देखने को मिल रहा है। मामल कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के महलपारा स्थित शर्मा अस्पताल का है। जिसमें बिना सरकारी अनुमति के कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज किया गया और ईलाज के दौरान मरीज के मौत हो गई।
शर्मा अस्पताल द्वारा सरकार से अनुमति न होने के बावजूद भी कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज करने एवं ईलाज के दौरान मरीज के मौत होने के मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. एस. सेंगर के द्वारा पूर्व में गठित जांच दल के आदेश में संशोधन करते हुए नया जांच दल गठित किया गया है। हालांकि नये जाच दल को भी गठित हुए लगभग 10 दिन हो चुका है। इसके बावजूद अभी तक जांच की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि हमने चार सदस्य जांच दल गठित कर दिया है। जिसे हमारे द्वारा दिए गए आदेश में तत्काल जांच करने को कहा गया था।
किंतु लगता है जांचकर्ता अधिकारी जो सिविल सर्जन भी है उन्हें अस्पताल से फुर्सत नहीं मिली होगी।
उन्होंने कहा कि अब आचार संहिता भी खत्म हो चुकी है। मैं एक बार पुनः प्रभारी सिविल सर्जन से जांच शुरू करने को कहता हूं ।
ये है जॉच दल के सदस्य
1. डॉ० राजेन्द्र बंसरिया, प्रभारी सिविल सर्जन, जांचकर्ता अधिकारी
2. डॉ० अशोक कुमार सिंह, मेडिसिन विशेषज्ञ, सदस्य
3. डॉ० अभिषेक गढ़वाल, चिकित्सा अधिकारी, सदस्य
4. लिपिक, विनोद तिवारी, सहायक ग्रेड 03 जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर
सीएचएमओ ने आदेश 3 दिन में करें जाच बेकार
संदर्भित जांच किये जाने हेतु जांच टीम गठित किया गया था, जिसमें आंशिक संशोधित करते हुए आपको जांचकर्ता अधिकारी नियुक्त कर निर्देशित किया जाता है कि क्या मरीज की मृत्यु डॉक्टर द्वारा की गई लापरवाही से या चूक से हुई है मृत्यु की घटना की जांच कर स्पष्ट प्रतिवेदन अभिमत सहित 03 दिवस के भीतर अधोहस्ताक्षरकर्ता कार्यालय में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
पहचान से स्वतंत्र जाच पर संदेह
कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरिया के द्धारा कोरिया कलेक्टर के आदेश पर शिकायत-जांच में मई 2024 में पहला जाच दल बनाया । वो भी मिडिया के दबाव में आकर। उसके बाद भी तमाम बहाने बनाकर जाच को लटकाने का प्रयास पूरा स्वास्थ्य विभाग कराता रहा। पहले समय नही मिलने का बहाना फिर आचार संहिता का बहाना बनाया गया। जबकि कोरिया कलेक्टर ने फरवरी के पहले सप्ताह में जाच के आदेश दिये थे।
अभी भी जाच अधिकारियो के द्धारा जाच में लीपापोती करने के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं। जिसका प्रमुख कारण जिला अस्पताल के शर्मा अस्पताल से इन डाक्टरो के हित जुडने की बात जानकार कह रहे हैं। इसलिए बेहतर यह होता कि जिला प्रशासन यदि मामले की जाच में यदि गंभीर है तो फिर वो बाहर के टिम से जाच कराये तभी इमानदार जाच होगी अन्यथा शहर में चर्चा आम है इनके कारनामो के।
क्या दिया था कलेक्टर ने आदेश
09 फरवी 2024 को कोरिया कलेक्टर ने पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जाच कर रिपोर्ट देने को कहा, मामले में जांच अधिकारी के द्वारा की गई कार्रवाई की अनुशंसा का अनुपालन नहीं हो होने पर कार्यालय कलेक्टर कोरिया ने सुनील तिवारी की शर्मा अस्पताल, महलपारा, बैकुंठपुर में दिनांक 09 मई 2021 को ईलाज के दौरान मौत के संबंध में जांच कर बताने को कहा गया है कि क्या मरीज की मृत्यु डॉक्टर या अस्पताल द्वारा की गई लापरवाही अथवा चूक से हुई है।