अंधे कत्ल की गुत्थी को कोरिया पुलिस ने शव मिलने के 24 घंटे के अंदर सुलझाई
पत्नि ने ही बेटी के साथ मिलकर अपने पति की कराई हत्या
1 लाख की सुपारी देकर हुआ जान का सौदा
कोरिया। जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत बडगांव कोसाबारी के समीप कच्चे रास्ते में पुलिया के नीचे मिले शव के मामले को सुलझाते हुए कोरिया पुलिस ने हत्या में शामिल मृतक की पत्नी, बेटी सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है। एक आरोपी अभी फरार है जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है
क्या है पूरा मामला
29 मार्च 2025 को कोरिया जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत बडगांव कोसाबारी के समीप कच्चे रास्ते में पुलिया के नीचे कंबल, दरी और बोरी में लिपटा हुआ अज्ञात शव मिलने की सूचना कोरिया पुलिस को प्राप्त हुई। सूचना से पुलिस अधीक्षक कोरिया रवि कुर्रे को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक कोरिया रवि कुर्रे (भा.पु.से.) द्वारा मामले की पतासाजी के लिये अति. पुलिस अधीक्षक कोरिया पंकज पटेल के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अति. पु.अधि. पंकज पटेल विशेष टीम में शामिल उप. पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार साहू, सायबर सेल प्रभारी निरी. विनोद पासवान निरी. बिपिन लकड़ा और अन्य सदस्यो द्वारा तत्काल मौके पर पहुंच कर मामले की पतासाजी शुरू की गई। फारेसिंक और डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। दरी और बोरी को पुलिया से बाहर निकाल कर खोलने पर शव तकरीबन एक सप्ताह पुराना लग रहा था। जांच के दौरान अज्ञात पुरूष के शव की पहचान खुटरापारा निवासी अशोक कुमार कुर्रे के रूप में हुई
पत्नी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई दर्ज
26 मार्च 2025 को मृतक अशोक कुमार कुर्रे की पत्नि सांता कुरें द्वारा 21 मार्च 2025 से अपने पति के घर नही आने और गुम हो जाने के संबंध में गुमशुदा रिर्पोट थाने में दर्ज करवाई गई थी। मृतक एस.ई.सी.एल महाप्रबंधक कार्यालय में अस्थाई रूप से फाईल बाईंडिंग और चाय पिलाने का काम करता था। टीम को पतासाजी के दौरान पता चला कि मृतक 19 मार्च 2025 की शाम के बाद कार्यालय नहीं आया है साथ ही यह पता चला कि एस.ई.सी.एल कर्मचारियो के कहने पर ही मृतक के पत्नि द्वारा थाने में गुम इंसान दर्ज करवाया गया था
पत्नी की गलत रिपोर्ट पर पुलिस को हुआ शक
मृतक की पत्नी द्वारा अपने पति के गुम होने का गलत दिनांक बताने पर पुलिस को शक होना प्रारंभ हुआ। विशेष टीम द्वारा मृतक के घर की बारिकी से जांच पडताल करने पर फर्श और दीवार में कई जगह खून के धब्बे नजर आए। खून के धब्बे वाले स्थान को गोबर से लिपाई कर दिया गया था। मृतक के कुछ रिश्तेदारों ने शव को लपेटने में प्रयुक्त दरी और रस्सी को मृतक के घर का ही होना बताया। घटना में एक से अधिक व्यक्ति के शामिल होने का प्रारंभ से ही पुलिस को शक था
पुलिस की कड़ी पूछताछ से हुआ खुलासा
मृतक की पत्नि और बेटी से बारीकी और कडाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। मृतक की पत्नि सांता कुर्रे ने बताया कि उसका पति विगत कुछ वर्षो से रोज-रोज उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करता था। घर से कहीं बाहर हीं नही जाने देता था और डयूटी जाने पर घर के बाहर ताला लगा देता था। मृतक की बेटी सरिता कुर्रे ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसका पिता रोज रात में शराब पीकर घर आता था और सभी बच्चो के सामने माँ से जानवरो की तरह मारपीट करता था। पिछले एक वर्ष से रात में मेरे साथ अश्लील और गंदी हरकत करता था। मना करने पर मेरे साथ भी बहुत मारपीट करता था। इन सब से तंग आकर मृतक की पत्नि और बेटी ने मृतक से छूटकारा पाने के लिए उसे मरवाने की योजना एक माह पूर्व से ही बनाना प्रारंभ कर दिया
1 लाख की सुपारी देकर बनाई हत्या की योजना
अपनी योजना को पूरा करने के लिए पूर्व परिचित एक अन्य महिला शहनाज खान पति करीमुददीन खान और उसके बेटे तौसिफ खान (बाबू) जिससे मृतक की बेटी की पूर्व से ही मित्रता थी। इस काम के लिये तौसिफ उसकी माँ शहनाज और अमानुल खान (बाबा) द्वारा 1 लाख रूपये की मांग की गई। 1 लाख रुपयों में जान से मारने का सौदा तय हो जाने पर पूर्व नियोजित योजना के अनुसार 19 मार्च 2025 की रात करीब 10 बजे तौसिफ और उसके दोस्त अमानुल खान को सरिता कुर्रे द्वारा घर बुलाकर और पीछे का दरवाजा खोल कर खाली कमरे में छूपने कहा गया। तौसिफ और अमानुल खान चिकन, मटन काटने के धारदार हथियार चापड के साथ मृतक अशोक के आने का इंतजार कर रहे थे। अशोक कुर्रे घर आकर खाना खा कर बाहर के कमरे में खटिया में सो गया। उसके सोते ही उसकी बेटी सरिता द्वारा मोबाईल से मैसेज कर तौसिफ और बाबू खान को बुलाया गया। घर के अन्य नाबालिग बच्चो को दूसरे कमरे में सुलाकर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया गया था। तौसिफ और अमानुल खान द्वारा धारदार हथियार से अशोक कुर्रे के सिर और गर्दन पर वार किया गया। इस दौरान अशोक की पत्नि और बेटी भी उसके पैर को पकडे हुए थे। चापड के वार से तत्काल अशोक कुर्रे की मौत मौके पर ही हो गई। तुरंत मृतक के शव को दरी और बोरी में लपेटकर और रस्सी से बांध कर बाईक में रखकर बडगांव के कोसाबारी के समीप पुलिया के नीचे फेककर तौसिफ एंव अमानुल खान वापस अपने घर चले गए। शव को ले जाने के पूर्व पहले से तय सौदे के अनुसार मृतक की बेटी सरिता द्वारा 40000 रूपयें तौसिफ को दिया गया था। घटना में शामिल अरोपी अमानुल खान (बाबा) फरार है। अन्य सभी आरोपियों को गिरफतार कर न्यायलय में पेश कर दिया गया है। घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल सी.बी.जैड, धारदार चापड और मोबाईल को जप्त कर लिया गया है।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
1. सांता कुर्रे (पत्नि)
2. सरिता कुर्रे (बेटी)
3. शहनाज खान पति करीमुददीन खान (सहयोगी)
4. तौसिफ खान उर्फ बाबू खान
5. अमानुल खान उर्फ बाबा खान
6. अरबाज अंसारी पिता मोमिन अंसारी 25 वर्ष
इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस कार्यवाही में कोरिया सायबर टीम से निरीक्षक विनोद पासवान, निरी. बिपिन लकडा, उ.निरी. अलंगो दास, उ.निरी. जया लक्ष्मी, प्र.आर. अरविन्द कौल, प्र.आ. ओमप्रकाश राजवाड़े, आर. विमल जायसवाल, सजल जायसवाल, अमरेशानंद ठाकुर, ईलयास कुजूर, शिवम सिन्हा का महत्वपूर्ण योगदान रहा