कक्का की चौपाल
“अबकी बार विकास साकार” – मुख्यमंत्री से कोतमा को नई उम्मीदेंकैलाश पाण्डेय
सुबह से ही कोतमा की फिजा में अलग सी हलचल थी। मनेंद्रगढ़ रोड पर स्कूल ग्राउंड के आसपास साफ-सफाई का काम तेज था। चंगेरी मैदान में हेलीपैड तैयार था। मंच पर रंग-बिरंगी झालरें लहरा रही थीं और बिजली विभाग के लोग लाइटिंग फिट कर रहे थे। मंच पर टंगे पोस्टर में लिखा था
“मुख्यमंत्री जी, कोतमा और अनूपपुर की उम्मीदें अब आपसे हैं!”
चौपाल का माहौल
कक्का और घसीटा की बैठक अमराई की छांव में चौपाल सजी थी। कक्का घसीटा, चौरंगी लाल, बिरजू, फुलवा बाई और मुनिया समेत पूरा टोला जमा था। चाय का दौर चल रहा था।
चौरंगी लाल (जोश से)
“कक्का! हेलीपैड तैयार हो चुका है। मंच भी लगभग बन गया है। सुना है मुख्यमंत्री जी सुबह 11 बजे पहुंचेंगे!”
कक्का (गंभीर होकर)
“चौरंगी, अबकी बार वादे कागजों में ना रह जाएं… जनता चाहती है कि काम शुरू हो और पूरा भी हो।”
100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल की आस
फुलवा बाई
“कक्का, क्या अस्पताल का बोर्ड बदलकर सिविल अस्पताल लिखा जाएगा?”
कक्का
“हां फुलवा! मौजूदा 30 बिस्तर वाले अस्पताल को 100 बिस्तर के सिविल अस्पताल का दर्जा मिलेगा। शुरुआत में फीता कटेगा, फिर सुविधाएं धीरे-धीरे बढ़ेंगी।”
सभी अनुविभागीय कार्यालयों के नवीन भवनों का भूमि पूजन-शिलान्यास
बिरजू (आश्चर्य से)
“कक्का! ये भी सुना है कि कोतमा में सभी अनुविभागीय कार्यालयों के नए भवनों का भूमि पूजन होगा?”
कक्का (मुस्कुराते हुए)
“बिलकुल बिरजू! कोतमा अनुभाग के राजस्व, पुलिस, न्यायालय और अन्य विभागों के कार्यालयों के लिए नई बिल्डिंग बनाने का भूमि पूजन और शिलान्यास मुख्यमंत्री जी के हाथों हो सकता है । इससे कर्मचारियों को अच्छी कार्यस्थली और जनता को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।”
पुराने वादों की बातें और नई घोषणाओं की उम्मीद
चौरंगी लाल
“कक्का, पिछले साल अनूपपुर में गीता भवन, नई सब्जी मंडी, बस स्टैंड, नगर पालिका भवन, मेडिकल कॉलेज, हवाई पट्टी… ये सब घोषित हुए थे। इस बार क्या होगा?”
कक्का
“चौरंगी, इस बार प्रशासन तैयार है। इन सबका शिलान्यास और कुछ का लोकार्पण भी हो सकता है। कई योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की तैयारी पूरी है।”
प्रशासन की सख्त तैयारी
चौरंगी लाल ने बताया
“कक्का, कलेक्टर साब ने कल अधिकारियों से साफ-साफ कह दिया – कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए, पानी, शौचालय, बैठने की व्यवस्था दुरुस्त रहनी चाहिए।”
कक्का (तसल्ली से)
“जब प्रशासन चौकस हो, तो जनता को भरोसा भी बनता है।”
लाड़ली बहनों की उम्मीदें
फुलवा बाई
“कक्का, इस बार क्या मुख्यमंत्री जी 1500 रुपए महीना देने का ऐलान करेंगे?”
कक्का सुनो घसीटा और
“फुलवा, इसकी पूरी संभावना है। मुख्यमंत्री जी लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं। ये लाखों घरों के लिए बड़ी सौगात होगी।”
छोटे उद्योगों की आधारशिला रोजगार का सपना
बिरजू “कक्का, से कहता है
मंत्री दिलीप जायसवाल जी छोटे-छोटे उद्योगों की बात कर रहे हैं। क्या इस बार कुछ ठोस होगा?”
कक्का
“बिलकुल बिरजू! मुख्यमंत्री जी के साथ छोटे उद्योगों की आधार शिला रखने की तैयारी भी चल रही है सुना है हमने । इससे रोजगार के नए मौके खुलेंगे और गांव-गांव में रोज़गार के साधन खड़े होंगे।”
सभा स्थल का सजीव चित्रण
स्कूल ग्राउंड में मंच के सामने हजारों कुर्सियां करीने से सजी हैं। महिलाएं रंग-बिरंगी साड़ियों में, पुरुष साफा बांधे, बच्चे तिरंगा हाथ में लिए आते दिख रहे थे। दूर से आती ढोलक की आवाज माहौल में जोश भर रही थी। मंच से माइक टेस्ट की आवाज आ रही थी – “हेलो… चेक… वन टू…”
चौपाल में मुख्यमंत्री के संभावित संबोधन की कल्पना
कक्का ने हाथ उठाकर सबको शांत किया “सोचो भाइयो-बहनों! जब हमारे मुख्यमंत्री जी मंच से बोलेंगे
‘कोतमा की जनता, मैं सभी अनुविभागीय कार्यालयों के नए भवनों का भूमि पूजन करता हूं, 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल की शुरुआत करता हूं, और लाड़ली बहनों को 1500 रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान करता हूं!’
तो कैसा लगेगा?”
बच्चे तालियां बजाने लगे, महिलाओं की आंखों में उम्मीदों की चमक थी।
चौपाल का समापन संदेश
कक्का ने चौपाल का समापन करते हुए कहा “भाइयो-बहनों! मुख्यमंत्री जी का ये दौरा कोतमा के लिए ऐतिहासिक मौका है। इस बार वादों को अमलीजामा पहनाकर कोतमा और अनूपपुर का भविष्य बदल सकता है। हम सब एकजुट होकर स्वागत करें और विकास की तकदीर बदलने के इस मौके को यादगार बनाएं।”
नारा गूंजा चौपाल में
“मुख्यमंत्री मोहन यादव जी जिंदाबाद!
कोतमा-अनूपपुर का विकास जिंदाबाद!”
कोतमा विधायक दिलीप जायसवाल जी जिंदाबाद