छुट्टी पर लौटे जवान का सम्मान करने पहुंचे पत्रकार और बजरंग दल के सदस्य,जम्मू काश्मीर के युद्ध क्षेत्र में तैनात थे जवान
रिपोटर हुकुम सिंह
नौरोजाबाद उमरिया हाल ही में पाकिस्तान की कायराना हरकत में पहलगाम में 26 सैलानियों की मौत हो गई थी। जिसके बाद भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के लिए भारतीय सेना को कमान सौंप दी। जिस पर भारतीय जल,थल और वायु सेना ने मिलकर पाकिस्तान की कमर तोड़ने का काम किया। इस युद्ध में हमारे भारत के सैनिक शहीद हुए। जो पाकिस्तान से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए जिनके बलिदान का देश हमेशा ऋणी रहेगा ।
उसी युद्ध क्षेत्र में तैनात थे जवान रमेश सिंह
भारत और पाकिस्तान के बीच जब युद्ध की स्थिति निर्मित हो गई और पाकिस्तान की ओर से तोप के गोले भारतीय सीमा कश्मीर के अलग – अलग क्षेत्रों में गिरने लगे। उस समय हमारे उमरिया जिले के नौरोजाबाद के पास सकरवार गांव के सैनिक श्री रमेश सिंह राठौर पिता श्री धनुष सिंह राठौर जो आर्मी की थल सेना में आर्टिलरी टीम का हिस्सा हैं। जम्मू कश्मीर के राजौरी ऊरी इलाके में अपनी पोस्ट के साथ थे। जिन्होंने अपनी जान हथेली में लेकर दुश्मन देश की तोप को उसी भाषा में जवाब दिया और लगातार पाकिस्तान पर आर्टिलरी फायर किए। जहां पर जवान पोस्टेड हैं वहां से पाकिस्तान सीमा की दूरी महज 1 किलोमीटर होगी। अपनी मौत को सामने देखकर भी इस अदम्य साहस से लड़ने वाले वीर जवान जब छुट्टियां मनाने अपने गांव सकरवार पहुंचे तो नौरोजाबाद के पत्रकार साथी और बजरंग दल की टीम ने फौजी साहब के निज निवास में पहुंचकर उनका फूल माला पहनाकर सत्कार किया। और उनके कुशलक्षेम जाना ।धन्य हैं उनकी मां जिन्होंने शेर जैसे बेटे को जन्म दिया और देश सेवा के लिए समर्पित किया। इस अवसर पर माता जी का भी फूल माला से सम्मान किया गया।
हमारे देश के सैनिक रियल हीरो हैं उन्हें किसी सम्मान की जरूरत नहीं न ही सैनिक किसी सम्मान की चाह में कोई कार्य करते। पर समाज में प्रेम ,सद्भावना सभी को अच्छी लगती है। इसलिए जहां भी सैनिक अपनी पोस्ट से छुट्टियां मनाने गांव पहुंचे उनको सम्मान दें उनसे आत्मिक संवाद करके अपनेपन का एहसास कराएं।