- बंद हुए ट्रेन स्टॉपेज बहाल न होने से असुविधा
- रिपोर्टर हुकुम सिंह उमरिया
नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन में पैंसेजर व एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग हो रही है। यात्रियों का कहना है कोरोना काल के पूर्व कई पैंसेंजर ट्रेनों को दोबारा बहाल नहीं किया नई ट्रेनों का स्टॉपेज भी नहीं बढ़ा है। ऐसे में यात्रियों को आवागमन – दौरान असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों कहना है दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अंतर्गत नौरोजाबाद एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यात्रियों को बैठने की काम है इस भीषण गर्मी में छाया की आवश्यकता है
टैक्सी चालकों के लिए जगह बनवाई जाए एक और ओवर ब्रिज की जरूरत है रेल साइडिंग से हर वर्ष रेलवे करोड़ों रुपए की आय हासिल करता है। बदले में सुविधा दोयाम दर्जे की हैं। स्टेशन में पर्याप्त शेड से लेकर शौचालय व पेयजल की कमी महसूस की जा रही है। गर्मी में खासकर प्लेटफार्म क्रमांक दो व तीन में ठंडे पानी के लिए यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। ज्ञात हो कि नौरोजाबाद में दो मुख्य कोल खदान कंचनपुर व विंध्या कॉलरी संचालित हैं। एसईसीएल जोहिला एरिया का मुख्यालय भी नगर में है
ट्रेन पकड़ने के लिए स्टॉपेज के अभाव में लोगों को उमरिया व बिरसिंहपुर पाली व शहडोल जाना पड़ता है। इससे अतिरिक्त समय के साथ ही आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है।
अनसुनी हो गई मांगे यात्रियों का कहना है वर्ष 2021-22 में नौरोजाबाद स्टेशन में बिलासपुर- भोपाल, बिलासपुर-रीवा, जैसी अन्य कई ट्रेनों का स्टॉपेज था। कोरोना काल में इन्हें बंद कर दिया गया। अब ट्रेन सुविधा चालू होने पर सालों बीत गए फिर भी रेलवे पुरानी ट्रेनों को ही यहां नहीं रोकता। यात्री संगठनों का कहना है उन्होंने कई बार इसके लिए ज्ञापन व
धरना प्रदर्शन किया है। फिर भी ट्रेनों की सुविधा नहीं बढ़ाई जा रही है
इस संबंध में रेलवे की जेडआरयूसीसी समिति के सदस्य जितेन्द्र केशरवानी का कहना है नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन में कोरोना पूर्व से संचालित कई यात्री ट्रेनों का स्टॉपेज यहां बहाल नहीं हुआ है। खासकर लंबी दूरी सफर के लिए ट्रेन पकड़ने में दिक्कत आती है
इसके लिए उन्होंने कई बार जोनल बैठक में मुद्दा भी उठाया था। रेलवे ने आश्वासन भी दिया लेकिन लोगों की समस्या जस की तस है