आज के युग में उद्यमिता एवं स्टार्टअप, प्रबंध छात्रों के लिए स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भरता का एक विकल्प : प्र. कुलपति प्रो .ब्योमकेश त्रिपाठी
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध विभाग में दो दिवसीय मैनेजमेंट फेस्ट Scrum 2.0 आयोजित किया गया
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में दो दिवसीय मैनेजमेंट फेस्ट आज संपन्न हुआ। आयोजित कार्यक्रम “Scrum 2.0 – जमघट” मैनेजमेंट फेस्ट छात्रों के लिए एक रोमांचक और ज्ञानवर्धक अनुभव साबित हुआ। इस दो दिवसीय आयोजन का उद्देश्य छात्रों के प्रबंधन कौशल, समस्या समाधान क्षमताओं और नेतृत्व योग्यता को विकसित करना था। फेस्ट के दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाएँ आयोजित की गईं, जिनमें रणनीतिक सोच, टीम वर्क और नवाचार पर जोर दिया गया। इस भव्य आयोजन में विश्वविद्यालय के प्र.कुलपति प्रो .ब्योमकेश त्रिपाठी, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, साथ ही कॉमर्स एवं मैनेजमेंट संकाय के डीन प्रो. एस. के. बराल,और बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो .अजय वाघ द्वारा शानदार मेजबानी की गई । प्र.कुलपति प्रो. ब्योमकेश त्रिपाठी ने अपने संबोधन में उद्यमिता एवं स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा की आज के युग में उद्यमिता एवं स्टार्टअप एक प्रबंध के छात्रों को स्वरोजगार का विकल्प प्रदान करता है, यह प्रयास प्रबंधन के छात्रों को एक नया आत्मविश्वास देगा।इस फेस्ट ने न केवल प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाया, बल्कि छात्रों को नवाचार, टीम भावना और नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ने की जबरदस्त प्रेरणा भी दी
Scrum 2.0 – जमघट का मुख्य आकर्षण विविधता और रोमांचक प्रतियोगिताएँ रहीं, जिन्होंने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और अपने कौशल को निखारने का बेहतरीन अवसर प्रदान किया। इस फेस्ट के अंतर्गत बिजनेस क्विज, बिजनेस प्लान, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फैशन शो, काव्य प्रतियोगिता और छात्राओं के लिए विशेष खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं। इन प्रतिस्पर्धाओं ने छात्रों को रचनात्मकता, टीम वर्क, त्वरित निर्णय लेने और प्रबंधन कौशल का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, इस फेस्ट की एक अनूठी विशेषता यह रही कि छात्रों को अपने मनपसंद व्यंजन और खेलों की दुकानें लगाने का अवसर भी मिला। इस पहल का मुख्य उद्देश्य उन्हें व्यवसाय और प्रबंधन की व्यवहारिक समझ प्रदान करना था। छात्रों ने अपनी-अपनी रुचि के अनुसार व्यावसायिक योजनाएँ बनाई, लोगो को आकर्षित करने की रणनीतियाँ अपनाईं और बिक्री बढ़ाने के लिए नवाचार किए। इससे उन्हें वास्तविक जीवन के व्यावसायिक परिदृश्य को समझने का अवसर भी मिला और वे विपणन, वित्तीय प्रबंधन, ग्राहक सेवा और उत्पाद प्रस्तुति जैसे महत्वपूर्ण कौशलों से परिचित हो सके। इस आयोजन ने छात्रों को प्रतिस्पर्धी माहौल में सीखने, नेटवर्किंग करने और अपने नेतृत्व कौशल को विकसित करने का अवसर प्रदान किया। Scrum 2.0 – जमघट का यह पहलू इसे अन्य मैनेजमेंट फेस्ट से अलग और अधिक प्रभावशाली बनाता है। इस फेस्ट में सभी विभागों के छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे उनमें प्रबंधन की समझ विकसित हो सके। इस आयोजन ने न केवल प्रबंधन और वाणिज्य के छात्रों को, बल्कि अन्य विभागों के विद्यार्थियों को भी एक अनूठा अवसर प्रदान किया। विभिन्न विभागों के छात्रों को अपने विचारों को व्यावहारिक रूप से प्रस्तुत करने और बिजनेस प्लान एवं बिजनेस क्विज जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर व्यावसायिक समझ विकसित करने का मौका मिला। इस आयोजन का प्रभाव छात्रों के शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास पर दूरगामी रूप से देखने को मिलेगा। बिजनेस प्लान प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों में समस्या समाधान कौशल विकसित हुआ, जो भविष्य में उनके करियर में सहायक सिद्ध होगा। इस प्रतियोगिता ने उन्हें व्यावसायिक चुनौतियों को समझने और उनके लिए रणनीतियाँ विकसित करने का अवसर प्रदान किया। वहीं, बिजनेस क्विज में पूछे गए प्रश्नों से छात्रों की व्यापार जगत को लेकर जिज्ञासा बढ़ाई और उन्हें व्यावसायिक ज्ञान को गहराई से समझने के लिए प्रेरित किया।इसके अलावा, सांस्कृतिक कार्यक्रम और काव्य प्रतियोगिता के माध्यम से भारतीय मूल संस्कृति और साहित्य को विद्यार्थियों तक पहुँचाने का प्रयास किया गया। इन आयोजनों ने छात्रों को भारतीय परंपराओं, कला और साहित्य की समृद्ध विरासत से जोड़ने का कार्य किया। इससे न केवल उनकी सृजनात्मकता और अभिव्यक्ति कौशल को बढ़ावा मिला, बल्कि उन्हें अपनी संस्कृति के प्रति गर्व और जागरूकता भी प्राप्त हुई। इस फेस्ट ने छात्रों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्हें व्यवसाय, प्रबंधन, कला और संस्कृति के संतुलित ज्ञान से समृद्ध किया।
व्यवसाय प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित मैनेजमेंट फेस्ट एक सराहनीय पहल है, जिसने छात्रों को व्यावसायिक दुनिया की जमीनी हकीकत से परिचित कराया और उन्हें नेतृत्व, रणनीतिक सोच और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण कौशल सिखाने का कार्य किया। इस से वे आत्मनिर्भर बनने और अपने विचारों को वास्तविक रूप देने की ओर भी अग्रसर होते हैं।इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र सिंह भदौरिया , विभाग के शिक्षक डा. सुशील सिंह , डा. प्रीति गोस्वामी , डा .दुर्गेश कु पटेल , डा. आयुष पाण्डेय एवं अन्य शिक्षक एवं शोधार्थी उपस्थित रहे