ज्वालामुखी धाम रोहनिया में चैत्र नवरात्र की नवमी पर निकलेगा भव्य जवारा जुलूस, 1100 कलशों का होगा पूजन और विसर्जन
रिपोर्ट: कृष्ण कुमार उपाध्याय
मानपुर, उमरिया। चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर नवमी तिथि को विश्व प्रसिद्ध आदिशक्ति भवानी ज्वालामुखी माता मंदिर, रोहनिया में भव्य जवारा जुलूस एवं कलश विसर्जन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन को लेकर भक्तों में भारी उत्साह देखा जा रहा है।
समिति के संरक्षक श्री अंबिका प्यासी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 1100 कलशों में बोए गए जवारे भक्तों द्वारा माता के दरबार में विधिवत पूजन-अर्चन कर विसर्जित किए जाएंगे। यह धार्मिक आयोजन माता के प्रति श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक होता है, जिसमें क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
श्री प्यासी ने बताया कि आदिशक्ति ज्वालामुखी माता अपने अनन्य भक्तों की मनोकामनाओं को अवश्य पूर्ण करती हैं। श्रद्धालु अपनी मन्नतें लेकर माता के दरबार में आते हैं और अपनी आस्था के पुष्प चढ़ाते हैं। जुलूस में शामिल होने वाले श्रद्धालु विशेष पोशाकों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ नृत्य करते हुए मां का गुणगान करेंगे। कार्यक्रम के दौरान धार्मिक झांकियां भी निकाली जाएंगी, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
बांधवगढ़ के घने जंगलों के मध्य स्थित यह अति प्राचीन मंदिर अपने आध्यात्मिक महत्व और चमत्कारों के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण सम्राट विक्रमादित्य ने करवाया था। हर वर्ष नवरात्रि पर यहां विशाल मेले और धार्मिक आयोजनों का आयोजन होता है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होते हैं।
जवारा विसर्जन के दौरान सुरक्षा एवं व्यवस्था के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। प्रशासन और मंदिर समिति मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हैं।
नवमी तिथि पर होने वाला यह धार्मिक आयोजन आस्था, श्रद्धा और परंपरा का अद्भुत संगम होगा, जो न सिर्फ स्थानीय बल्कि क्षेत्रीय धार्मिक संस्कृति का भी प्रतिनिधित्व करता है।