बनगवां में पानी के लिए मचा त्राहि त्राहि, लोगों ने उपक्षेत्रीय प्रबन्धक कार्यालय का किया घेराव
जल ही जीवन है जल के बिना मानव जीवन की कल्पना करना भी बेमानी होगा ।जल मानव जीवन का वह अभिन्न हिस्सा है जिसके बिना मानव सभ्यता से लेकर मानव जीवन तक की सोचना भी बेमानी है ।मानव शरीर की संरचना में भी जल एक महत्वपूर्ण घटक है। कटते पेड़ और बदलते पर्यावरण संतुलन की वजह से जल का संकट पूरे विश्व में मंडराने लगा है ।गर्मी का मौसम आते ही पानी की कमी साफ देखी जा सकती है भूजल का गिरता स्तर एक गंभीर संकट को उत्पन्न कर रहा है जिसकी वजह से लोगों को पानी की उपलब्धता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। भारत में कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां पीने योग्य पानी की ही नहीं बल्कि भूजल स्तर नगण्य होता जा रहा है आने वाले समय में विश्व युद्ध हो ना हो लेकिन जल के लिए युद्ध होना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी
सूखते जल स्रोत, हैंडपंप उगलते हैं हवा,पेयजल की की समस्या
अनूपपुर जिले के अंतिम क्षेत्र में बसे राजनगर,रामनगर,डोला आमाडांड,बरतराई जहां खुली एवं भूमिगत खदान संचालित है जिसकी वजह से यहां का भू जल स्तर बहुत नीचे चला गया है। जल स्रोत जैसे कुआं तालाब गर्मी आते ही सूखने लगते हैं जिसकी वजह से लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ता है। खदानें संचालित होने की वजह से यहां लगने वाले हैंडपंप पानी की जगह हवा उगलते हैं तथा बोर भी उतने सफल नहीं हो पाते हैं जिसकी वजह से लोगों को पीने योग्य तक पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है ।यह स्थिति गर्मी के मौसम आते ही और ज्यादा भयावह हो जाती है लोगों के सामने पीने तक के पानी की व्यवस्था करने के लिए सोचना पड़ता है
खान प्रबंधन की बेरुखी ने लोगों को एक बूंद पानी के लिए तरसने को किया मंजूर
क्योंकि इस क्षेत्र में दर्जनों कोयल की खान संचालित है जिससे नियमतः कॉलरी प्रबंधन का दायित्व बनता है कि इन क्षेत्रों में बिजली,पानी की व्यवस्था करवाई जाए लेकिन खान प्रबंधन द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया जाता है। जिसकी वजह से लोगों के सामने जल संकट उत्पन्न हो जाता है गर्मी का मौसम आते ही कॉलरी प्रबंधन द्वारा पानी के टैंकरों के माध्यम से लोगों को जल की आपूर्ति किया जाना चाहिए लेकिन पिछले कई वर्षों से खान प्रबंधन ने पानी के टैंकर देना सामान्यतः बंद ही कर दिया है, और सूखते जल स्रोत लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसते को मजबूर कर दे रहे हैं जबकि अप्रैल आते ही पानी के टैंकर के माध्यम से जल की आपूर्ति करवाना खान प्रबंधन का कर्तव्य होता है लेकिन खान प्रबंधन द्वारा समय पर टैंकर के माध्यम से पानी की सप्लाई के लिए टेंडर नहीं डाला जाता है जिसकी वजह से लोगों को अत्यधिक का सुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
जल एटीएम तथा टैंकर के माध्यम से पानी की हो आपूर्ति
इन क्षेत्रों में कोयल की खान होने की वजह से जल के प्राकृतिक स्रोत जल्दी सूख जाते हैं जिसकी वजह से लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। जबकि नियम कोयला खान क्षेत्रों में खान प्रबंधन का दायित्व होता है कि लोगों को पर्याप्त जल की आपूर्ति करवाई जानी चाहिए लेकिन खान प्रबंधन की बेरुखी की वजह से लोगों को गर्मी के मौसम में भीषण जल संकट का सामना करना पड़ता है इसके लिए लोगों ने मांग रखी है कि खान प्रबंधन द्वारा इन क्षेत्रों में पर्याप्त जल एटीएम तथा टैंकर के माध्यम से साल भर पानी की आपूर्ति खान प्रबंधन द्वारा किया जाना चाहिए
गुस्साई जनता ने घेरा उपक्षेत्रीय प्रबन्धक का कार्यालय
पिछले कई दिनों से नगर परिषद बनगवां के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में जल सप्लाई की सुविधा नगण्य ने हो चुकी है जिससे लोगों को जल से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है लेकिन प्रबंधन से संपर्क करने के बावजूद कोई हल न निकलने के कारण आज दिनांक 9 अप्रैल 2025 को उपक्षेत्रीय प्रबंधक राजनगर के कार्यालय के सामने लोगों ने धरना प्रदर्शन कर दिया। खान प्रबंधन के इस सौतेले व्यवहार से नाराज लोगों ने अपना गुस्सा दिखाया तथा साथ ही मांग रखी कि हमें स्वच्छ जल की आपूर्ति खान प्रबंधन द्वारा किया जाना चाहिए नहीं तो हमें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। आज की इस प्रदर्शन में पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा अपना गुस्सा खान प्रबंधन के सामने जाहिर किया
उपक्षेत्रीय प्रबंधक के आश्वासन के पश्चात लोगों ने अनशन किया खत्म
पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के विरोध प्रदर्शन को उप क्षेत्रीय प्रबंधक के आश्वासन के पश्चात खत्म किया गया आज के इस विरोध प्रदर्शन में नगर परिषद बनगवां अध्यक्ष यशवंत सिंह उपाध्यक्ष धनंजय सिंह के साथ ही नगर परिषद बनगवां के पार्षद समय पटेल,मनोज चंदेल, गिरजा विश्वकर्मा, भीम जायसवाल, अजीत सिंह, पुल्लु दुबे, सचिन द्विवेदी तथा नगर परिषद बनगवां के अंतर्गत आने वाले रहवासी क्षेत्र के महिलाएं एवं पुरुष सम्मिलित रही