गरीबी में पले बढ़े भजन गायक अमित कुमार धुर्वे
बागेश्वर धाम में, पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के समक्ष गाकर हुए प्रसिद्ध, कई संगीत कंपनी दे रही हे गाने का ऑफर
खरगोन ।बागेश्वर धाम से भजन गाकर रातों-रात प्रसिद्ध पाकर महेश्वर लौटे अमित कुमार धुर्वे गायिकी का ऐसा सुर ताल जिसने अमित कुमार को सोशल मीडिया पर काफी प्रसिद्ध कर दिया है ।अमित कुमार धुर्वे एक छोटे से झोपड़ी में रहकर अपना जीवन व्यापन कर रहे है। हैं उनके दो पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। भजन गाकर और हारमोनियम सुधार कर अपना जीवन जीते हैं। हारमोनियम का कार्य करते-करते संगीत में भी रुचि पैदा हुई और गायन भी करने लगे कई मंचों पर अपनी प्रस्तुतियां भी देकर दादा बटोर चुके हैं। अमित धुर्वे वर्तमान में पवित्र और पर्यटन नगरी महेश्वर में रहकर मां नर्मदा के तट पर सरस्वती की आराधना करते है।
अमित कुमार मूलतह कटनी के पास के रहने वाले हैं। बागेश्वर धाम से लौट के बाद अमित कुमार धुर्वे को कई संगीत कंपनियों से गायन के लिए ऑफर आ रहे हैं। जल्द ही कोई उचित मंच मिलने पर वह एक अच्छे बड़े प्लेटफार्म से अपने गायन की शुरुआत करेंगे।


















