वन विभाग वन परिक्षेत्र नौरोजाबाद में अनुभूति कार्यकम
रिपोर्टर हुकुम सिंह
अनुभूति कार्यकम 2024-25 वन विभाग वन परिक्षेत्र नौरोजाबाद में अनुभूति कार्यकम दिनांक 27.
01.2025 को अमोलखोह में शासकीय हाई स्कूल घुलघुली के 126 बच्चों को बुलाकर अनुभूति कार्यकम कराया गया। एवं सभी छात्र-छात्राओं को वन विभाग द्वारा जारी किट का वितरण किया गया। जिसमें सभी बच्चों को नेचर ट्रेल पक्षी दर्शन कराया गया एवं वन्यजीवों की सुरक्षा बाघ के तहत अनुभूति कार्यकम के माध्यम से सभी बच्चों को बाघ की महत्ता के संबंध में एवं प्रकृति से जुड़े रहने के विषय में समझाया गया। शिवर में पूर्णतः प्लास्टिक मुक्त रखा गया। भोजन में गैर प्लास्टिक वस्तुएं जैसेः दोना, पत्तल थालियों आदि का प्रयोग किया गया। शिविर में पोस्टर, बैनर भी प्राकृतिक सामग्री से बनाया गया स्थल में कचरा प्रबंधन एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया। वैद्य श्री महेन्द्र साहू की उपस्थिति सराहनीय रही जिसमें उन्होंने विभिन्न वृक्ष जैसेः उमर, जामुन, कहुआ एवं वनस्पतियों के उपयोग के विषय में बताया गया व ज्ञानसाक्षा किया गया। श्रीमान् उप वनमण्डलाधिकारी द्वारा भी स्कूल के बच्चों को अनुभूति कार्यकम के तहत प्रकृति से जुड़े रहने, ईको पर्यटन प्रदेश के वन वन्यप्राणी एवं पर्यावरण के संरक्षण में जन जागरूगता के महत्व को बताया गया व समझाइस दी गई। उनके द्वारा विभाग पदसोपान के विषय में जानकारी दी गई। सबसे पहले छात्र-छात्राओं को पक्षी दर्शन एवं नेचर ट्रेल पर ले जाया गया। जिसमें की श्री किशन लाल नन्दा वनरक्षक, श्री मेघराज सिंह वनरक्षक एवं श्री अजय सिंह वनरक्षक प्रेरकों द्वारा प्रकृति संबंधी अन्य विभिन्न प्रकार की विषय संबंधी बाते बतायी गई। अनुभूति थीम के अन्तर्गत “हम है बदलाव” एवं (मै भी बाघ) के संबंध में समझाया गया। बच्चों से ट्रेल पर दी गई किट से संबंधित गतिविधियां कराई गई। ट्रेल से वापस आने के बाद बच्चों को भोजन कराया गया। बच्चों के लिये ड्राईंग, क्वीज एवं स्पीच प्रतियोगितायें कराई गई, जिसमें सभी बच्चों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। तद्धपरांत बच्चों से फीडबैक फार्म भरवाये गये। श्रीमान् उप वनमण्डलाधिकारी द्वारा स्कूल के बच्चों को अनुभूति कार्यक्रम के तहत प्रकृति से जुडे रहने, ईको पर्यटन प्रदेश के वन वन्यप्राणी एवं पर्यावरण के संरक्षण में जन जागरूगता के महत्व को बताया गया व समझाइस दी गई। उनके द्वारा विभाग पदसोपान के विषय में जानकारी दी गई। बाघ के अमरेला प्रजाती होने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। श्रीमान् वनमण्डलाधिकारी महोदय, उमरिया के द्वारा बच्चों उत्साहवर्धन करते हुए प्रकृति के महत्व को बताया गया । महोदय द्वारा विद्यार्थियो से ग्रामीणों को होने वाली समस्यों एवं वन संबंधी चीजों पर परिचर्चा की गई। तद्युपरांत श्रीमान् वनमण्डलाधिकारी उमरिया द्वारा एवं श्रीमान् उपवनमण्डलाधिकारी उमरिया द्वारा बच्चों को पुरूस्कार वितरण किया गया। इस कार्यक्रम के सफल एवं प्रभावी बनाने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ तथा वन विभाग के कर्मचारी, स्कूल के शिक्षकों का विशेष योगदान रहा। अनुभूति कार्यकम में श्री नन्दपाल चौधरी वनपाल, श्री अमित सिंह बघेल वनरक्षक, श्री मेघराज सिंह वनरक्षक का महत्वपूर्ण योगदान रहा