अनूपपुर जबलपुर इंदौर भोपाल मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी बैकुंठपुर रायपुर

नर्मदा के हर कंकर है भगवान शंकर पण्डित आकाश वैष्णव कर रहे नर्मदा पुराण का वाचन

नर्मदा के हर कंकर है भगवान शंकर

पण्डित आकाश वैष्णव कर रहे नर्मदा पुराण का वाचन

करेली। धूनी अखाड़ा करेली में इन दिनों भक्ति की बयार बह रही है बाल ब्यास पण्डित आकाश वैष्णव द्वारा नर्मदा पुराण का संगीतमय वाचन किया जा रहा है। हिन्दू धर्म में नर्मदा को पापनाशिनी, सुखदायिनी पवित्र नदी माना जाता है जिसका उद्गम स्थल अमरकंटक है | प्रमुख तीर्थो में अमरकंटक का महत्वपूर्ण स्थान है इसी पूण्य भूमि में नर्मदा, सोन तथा ज्वालावती जैसी पावन नदियों का उद्वाम स्थान है अमरकंटक मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में विन्ध्याचल और सतपुड़ा पर्वत श्रेणियों के पूर्वी संधिस्थल पर स्थित है.
भारत की सम्पूर्ण नदियों में नर्मदा सर्वाधिक प्राचीन पुण्यसलिला मानी जाती है इसके दोनों तटो पर अनेक देवस्थान तथा नगर शोभायमान है नर्मदा के किनारे अनेक ऋषि मुनियों जैसे अगस्त्य, भृगु, अत्री, भारद्वाज, कौशिक, मार्कण्डेय, शांडिल्य, कपिल आदि ऋषियों ने नर्मदा तट पर तपस्या की है कहते है की नर्मदा का तट एक पवित्र तीर्थ है जिसके किनारे तपस्या का फल हजारो गुना मिलता है.

नर्मदा नदी की विशेषता

गंगा, यमुना, तथा सरजू अदि पावन नदियों के स्नान करने से जो फल मिलता है वह फल नर्मदा के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है पुराणों के अनुसार नर्मदा शिव पुत्री होने के कारण नर्मदा को शाग्री भी कहा जाता है जब भगवान भोलेनाथ मेकल पर्वत पर तपस्या में लींन थे तब देवताओ ने उनकी स्तुति करके उन्हें तपस्या से जगाया तो उनके शरीर से पसीने की कुछ बूंदें पर्वत पर गिरी इन्ही बूंदों से एक कुंड का प्रादुर्भाव हुआ.

कन्या की उत्तपत्ति
फिर इस कुंड से एक बारह वर्ष की कन्या उत्पन्न हुई जो सुन्दरता की मूरत थी तथा जिसको देखने पर सुखद अनुभव होता था अत्यंत रूपवती होने के कारण देवताओ ने उसका नाम नर्मदा रखा (नर्म का अर्थ है- सुख और दा का अर्थ है- देने वाली) जिसे नर्मदा नदी के नाम से जानते है | इसका उदगम मेकल पर्वत से होने के कारण इसे मेकल सुता भी कहते है जब यह पर्वतीय क्षेत्र से बहती है. नर्मदा के विविध रहस्य की जानकारी से ओतप्रोत माँ नर्मदा पुराण का आयोजन
5 फ़रवरी 25 तक समय:- दोपहर 2 से 5 बजे तक स्थान धूनी अखाड़ा के सामने राधावल्लभ वार्ड करेली में आयोजक राज राजेश्वरी महिला मंडल करेली द्वारा किया जा रहा है। संगीतमय महापुराण में पंडित बाल व्यास आकाश वैष्णव श्रीधाम वृन्दावन कथा वाचन कर रहे है। सभी से आयोजक राज राजेश्वरी महिला मंडल ने नर्मदा पुराण की कथा श्रवण का आग्रह किया है।

 

कृपया इस खबर को शेयर कीजिए ।

Leave a Comment

Live TV