चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पर जूता फेंकने की कोशिश की धार बलाई समाज ने कड़ी निंदा की, कहा, देश के सर्वोच्च पद का अपमान असहनीय
ब्यूरो रिपोर्ट शैलेंद्र जोशी
वाल्मीकि जयंती के अवसर पर धार में आयोजित प्रगतिशील बलाई सेवा संघ एवं सर्व बलाई समाज संगठन की संयुक्त बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय में घटी उस घटना की कड़ी निंदा की गई, जिसमें एडवोकेट राकेश किशोर द्वारा चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बी.आर. गवई पर भरी अदालत में जूता फेंकने का प्रयास किया गया था।
प्रगतिशील बलाई सेवा संघ एवं सर्व बलाई समाज संगठन धार के अध्यक्ष डॉ. बी.एल. चौहान ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि यह घटना न केवल न्यायपालिका का अपमान है, बल्कि पूरे देश के संवैधानिक ढांचे पर हमला है। डॉ. चौहान ने कहा — “चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया किसी जाति, समाज या वर्ग विशेष का नहीं, बल्कि पूरे देश का न्याय प्रतिनिधि होता है। ऐसे व्यक्ति पर इस तरह का कृत्य लोकतंत्र की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस शर्मनाक घटना से देशभर का नागरिक समाज स्तब्ध है। यह केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि न्याय व्यवस्था पर अविश्वास का प्रतीक है। समाज ने सर्वसम्मति से इस कार्य की निंदा करते हुए आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने निर्णय लिया कि शीघ्र ही महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन तैयार कर कलेक्टर धार को सौंपा जाएगा, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जैसे सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति का सम्मान पूरे देश का सम्मान है, और ऐसे अपमानजनक कृत्यों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएग


















