धनपुरी की धनाढ्य नगरपालिका धन लोलुपता की हो रही शिकार ?
धनपुरी । हाल ही में घूंस लेते रंगे हाथों पकड़े जाने की घटना के बाद से नगर पालिका धनपुरी में सन्नाटा पसरा हुआ है । कुछ कर्मचारियों को छोड़कर अधिकांश नपा कर्मी कार्यालय से नदारद रहने लगे हैं । चौकीदार या चपरासियों से पूंछे जाने पर बताया जाता है कि नपा कर्मी फील्ड में हैं ।
वे कब आयेंगे या कब मिलेंगे इसका जवाब देने को कोई तैयार नहीं होता । आम जनों को नगरपालिका से संबंधित जरूरी कार्य की लिए बार बार नगर पालिका के चक्कर लगाने पड़ते हैं और कर्मचारियों की गैर मौजूदगी से उन्हें निराशा ही हाथ लगती है ।
28 वार्ड वाले विशालकाय धनपुरी नगर के दूरस्थ निवासियों को बार बार कार्यालय के चक्कर लगाने में कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ता है ।
खासकर गरीब एवं निर्धन व्यक्ति को पैदल ही चक्कर लगाकर अपनी चप्पलें घिसटाने को विवश होना पड़ता है । पीड़ादायक दृश्य तब होता है जब कोई विकलांग घिसटते हुए नगर पालिका की चौखट तक पहुंचने की जद्दोजहद करता दिखाई पड़ता है ।
ऐसा ही एक व्यक्ति बीते मंगलवार यानी छापा पड़ने के दूसरे दिन अपराह्न 3 बजे के आसपास नगरपालिका कार्यालय में घिसटते हुए अंदर तक पहुंचने की कवायद करते दिखा । मानवीय संवेदनाओं को विचलित कर देने वाले इस दृश्य की नगर पालिका कार्यालय या आसपास लगे अन्य सरकारी या निजी सीसीटीवी से पुष्टि की जा सकती है ।
कर्मचारियों की कामचोरी एवं कार्यालय से नदारद रहने का एक प्रमुख कारण नगर पालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ की निगरानी का न होना भी बताया जा रहा है । कुछ पार्षदों का कहना है कि लगभग एक पखवाड़े से मुख्य नगरपालिका अधिकारी किसी प्रशिक्षण के नाम पर कार्यालय में उपलब्ध नहीं है जिससे नपा कर्मियों को गायब रहने की छूट मिली नजर आती है ।
यद्यपि जानकारों का कहना है कि नगरपालिका कार्यालय में लगे फेस रिकॉग्निशन सिस्टम एवं डिजिटल अटेंडेंस मशीन के कारण कर्मचारी ज्यादा चालाकी नहीं दिखा सकते लेकिन हाल के घूसखोरी कांड में कर्मचारियों के रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद अन्य कर्मचारियों में दहशत का आलम है ।
दरअसल जनचर्चा के अनुसार प्रदेश के धनाड्य नगरपालिकाओं में शुमार धनपुरी के अधिकांश कर्मचारी वेतन के अलावा ऊपरी कमाई के हर मौके की तलाश में दिखाई पड़ते रहे हैं और कभी न कभी हर किसी की जेब में अवैध कमाई के रुपए पहुंचते ही हैं क्योंकि नगरपालिका में भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन चुका है, इसलिए बीते सोमवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ हुई कार्यवाही से नगरपालिका का हर भ्रष्टाचारी सहमा हुआ नजर आ रहा है।
आमजनों में चर्चा है कि अभी और भी कई चेहरों से नकाब उतर सकता है क्योंकि उक्त छापामारी के पूर्व बुलंद और बेखौफ हौसलों के कारण कई वार्डो में जमकर अवैध वसूली होने की चर्चा है जिसके सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल रिकॉर्डिंग एवं पीड़ितों के बयान कभी भी सार्वजनिक हो सकते हैं ।


















