मनरेगा में भ्रष्टाचार: फुलकोना पंचायत में बिना मजदूर लगाए खेत तालाब की राशि हड़पने का आरोप
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अनूपपुर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत अनूपपुर जिले के फुलकोना ग्राम पंचायत में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां खेत तालाब निर्माण के नाम पर बिना मजदूरों को काम दिए ही लाखों रुपये की राशि निकाली जा रही है स्थानीय लोगों का आरोप है कि पंचायत प्रतिनिधियों और एक व्यक्ति दिनेश मिश्रा की मिलीभगत से यह धन हड़पा जा रहा है
क्या है पूरा मामला?
– फुलकोना पंचायत में मनरेगा के तहत खेत तालाब निर्माण का कार्य स्वीकृत हुआ था, जिससे ग्रामीणों को रोजगार मिलना था।
– लेकिन आरोप है कि पंचायत प्रतिनिधियों और दिनेश मिश्रा ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम से फर्जी मस्टर रोल बनाकर पैसा निकाला जबकि वास्तव में कोई काम नहीं हुआ
– ग्रामीणों का कहना है कि न तो मजदूरों को काम दिया गया और न ही तालाब का निर्माण हुआ लेकिन लाखों रुपये की राशि लीक हो गई
–प्रशासन की लापरवाही?
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जिससे भ्रष्टाचार बढ़ रहा है। उनका कहना है कि अगर जांच की जाए, तो फर्जी दस्तावेजों और गबन के सबूत मिलेंगे
क्या कहते हैं नियम?
– मनरेगा के तहत केवल वास्तविक मजदूरों को ही भुगतान किया जा सकता हैऔर काम की निगरानी ग्राम सभा व प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए
– फर्जी मस्टर रोल बनाना और बिना काम के पैसा निकालना गंभीर अपराध हैजिस पर भ्रष्टाचार निवारण कानून के तहत केस हो सकता हैअब क्या होगा?
ग्रामीणों ने मांग की है कि जिला प्रशासन इस मामले की तुरंत जांच करे** और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे। साथ ही
गबन की गई राशि वसूल कर वास्तविक मजदूरों को दी जाए
निष्कर्ष
यह मामला एक बार फिर मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचारको उजागर करता है। अगर प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो ऐसे घोटाले बढ़ते रहेंगे और गरीब मजदूरों का हक मारा जाता रहेगा