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कुम्हारी टोल प्लाजा पर कांग्रेस का हमला:
“अवैध वसूली का अड्डा, केंद्र और राज्य दोनों चुप क्यों?”
रायपुर, 28 मई 2025:
रायपुर से दुर्ग के बीच संचालित कुम्हारी टोल प्लाजा एक बार फिर विवादों में है। कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इसे “अवैध वसूली का केंद्र” करार देते हुए तत्काल बंद करने की मांग उठाई। नेताओं का आरोप है कि यह टोल प्लाजा न सिर्फ नियमों का उल्लंघन कर रहा है, बल्कि जनहित और सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे, वरिष्ठ नेता पंकज शर्मा और कन्हैया अग्रवाल ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कुम्हारी टोल प्लाजा की वैधानिक अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद वर्षों से अवैध वसूली जारी है।तीन टोल 54 किमी में: गाइडलाइन की धज्जियां:
रायपुर और दुर्ग के बीच महज 54 किमी की दूरी में तीन टोल प्लाजा –मंदिर हसौद (किमी258.650),कुम्हारी (किमी 281.400),
दुर्ग (किमी 312.780)।
संचालित हो रहे हैं।
जबकि सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, दो टोल प्लाजा के बीच न्यूनतम 60 किमी की दूरी अनिवार्य है। इस नियम का स्पष्ट उल्लंघन हो रहा है।कांग्रेस का आरोप: “चुप्पी के पीछे समझौता है”कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि यह भ्रष्टाचार केंद्र की मौन सहमति से चल रहा है और इससे वसूला गया पैसा दिल्ली तक पहुंच रहा है। नेताओं का कहना है कि स्थानीय नागरिकों को हर दिन भारी ट्रैफिक जाम, प्रदूषण, और दुर्घटनाओं का खतरा झेलना पड़ रहा है।
मुख्य समस्याएं और कांग्रेस की आपत्तियाँ:
1. वसूली की वैधता खत्म, फिर भी जारी शुल्क
2. टोल दरों में पारदर्शिता नहीं, स्थानीय वाहन चालकों से भी वसूली
3. फास्टैग के जरिए मनमानी वसूली
4. गंभीर ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं का खतरा
5. केंद्र और राज्य दोनों की चुप्पी सवालों के घेरे में
कांग्रेस की प्रमुख माँगें:
कुम्हारी टोल प्लाजा को तत्काल बंद किया जाए,अवैध वसूली की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो,जनता को राहत देने के लिए वैकल्पिक यातायात व्यवस्था बनाई जाए,जनता से अवैध रूप से वसूली गई राशि को वापस कराया जाए।
आंदोलन की चेतावनी:
कांग्रेस नेताओं ने दो टूक कहा कि यदि इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेगी और दिल्ली तक प्रदर्शन ले जाया जाएगा।उन्होंने यह भी याद दिलाया कि पूर्व में राजधानी रायपुर के सुंदर नगर टोल प्लाजा को भी जनविरोध के चलते बंद कराना पड़ा था, और इस बार भी जनता के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।कुम्हारी टोल प्लाजा को लेकर मामला अब सिर्फ अवैध वसूली का नहीं, बल्कि जनता की सुविधा, सुरक्षा और अधिकारों से जुड़ा सवाल बन गया है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर अब प्रतिरोध की राह पर है, और आगे की रणनीति में राजनीतिक दबाव के साथ कानूनी विकल्पों को भी शामिल किया जाएगा।