बीमार अस्पताल के सुधार को लेकर नागरिकों ने सौंपा ज्ञापन
रेफर सेंटर से निजात दिलाने की मांग, आमरण अनशन की राह पर नगरवासी
कोतमा अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर लगातार सुर्खियों में रहने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोतमा की लचर व्यवस्था को लेकर नगर के समाजसेवियों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी रराजस्व अजीत तिर्की को ज्ञापन सौंप कर अस्पताल में व्याप्त अवस्थाएं एवं कर्मियों को लेकर ज्ञापन सोपा गया है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि जिले का सबसे प्रमुख नगर कोतमा जहां महिला एवं विशेषज्ञ डॉक्टर के वर्षों से कमी बनी हुई है जिस कारण अस्पताल रेफर केंद्र बनकर रह गया है। नियमित एंबुलेंस नहीं उपलब्ध होती है जिस कारण मरीज को रेफर पेपर बनाने के बाद काल किया जाता है जिससे एंबुलेंस को आने में कई घंटे लग जाते हैं और गंभीर हालत के मरीजों की जान पर बनी रहती है। शासन द्वारा करोड़ों रुपए दवाई के नाम पर खर्च किए जाते हैं उसके बाद भी मरीज को दवाई के लिए भटकना पड़ता है कई बार मरीज बाहर मेडिकल स्टोर से दवाई लेने को मजबूर रहते हैं। अस्पताल के चारों तरफ गाजर घास एवं गंदगी का अंबार लगा है जगह-जगह गंदगी वह दुर्गंध के कारण मरीज व उनके परिजनों के लिए किसी बीमारी की दस्तक से कम नहीं होता,सफाई कर्मी को ड्रेसर बनाकर रखा गया है जिस कारण भी अस्पताल में साफ सफाई का अभाव देखा जाता है। अस्पताल में उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे ए सी,टीवी,फ्रिज, कूलर, हीटर या तो बिगड़े रहते है या गायब रहते हैं अस्पताल में नहीं रहने से मरीजों को मौसम संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्ञापन के दौरान नागरिकों का कहना है कि 20 दिनों के अंदर व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं की गई तो आने वाले समय में आमरण अनशन सहित बड़े प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में देवशरण सिंह, नसीरुद्दीन (चंदू), पार्षद नोहर सिंह,दीपक पटेल, संतोष गुप्ता,राम प्रसाद विश्वकर्मा, नंदिनी द्विवेदी सहित अन्य लोग शामिल रहे।