पानी के तलाश में रिहायशी इलाके में पहुंचा चीतल, कुत्तों ने किया हमला, इलाज के अभाव में हुई मौत
पथरिया। ग्राम पंचायत कंचनपुर में वन विभाग की लापरवाही और आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक के कारण एक नर चीतल की दर्दनाक मौत हो गई. शुक्रवार सुबह पानी की तलाश में गांव की ओर आया चीतल आवारा कुत्तों के झुंड का शिकार बन गया. भागते हुए वह खेत में लगे कटीले तार में फंस गया और घायल हो गया, जिसके बाद कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया. ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया, लेकिन समय पर इलाज न मिलने के कारण चीतल की हार्ट अटैक से मौके पर ही मौत हो गई
डियर पार्क योजना बनी मजाक
ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब हिरन आवारा कुत्तों का शिकार बने हों. पिछले 10–12 वर्षों से वन विभाग को ऐसे मामलों की जानकारी दी जाती रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. वर्ष 2022 में बगबुड़वा और पुछेली में डियर पार्क बनाने की योजना बनी थी, लेकिन यह योजना आज तक कागजों में ही सीमित है.
जंगल में पानी की कमी, जानवरों की जान की दुश्मन
प्राकृतिक जल स्रोतों की कमी के चलते हिरन जैसे वन्यजीव खुले क्षेत्रों और गांव की ओर आने को मजबूर हैं, जहां वे शिकार बन जाते हैं. ग्रामीणों के अनुसार, क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में चीतल विचरण करते हैं, लेकिन वन विभाग को इनके बारे में न तो जानकारी है और न ही वह कोई सर्वे करता है.