ग्राम सभा की सहमति के बिना शुरू हो गई भास्करपारा कोल परियोजना, ग्रामीणों ने आंदोलन की दी चेतावनी
सूरजपुर। जब किसी क्षेत्र में कोई बड़ी परियोजना शुरू होती है, तो वहां के लोगों के दिलों में एक उम्मीद जागती है, उम्मीद इस बात की कि अब उनके गांव को भी बेहतर सड़कें मिलेंगी, बच्चों को शिक्षा मिलेगी और परिवार को स्वास्थ्य और रोजगार का लाभ मिलेगा। इसी उम्मीद में लोग अपनी ज़मीनें भी प्रशासन को सौंप देते हैं, यह सोचकर कि अब उनका जीवन बदलेगा। लेकिन हकीकत में वादों की वह लंबी फेहरिस्त अक्सर कागज़ों में ही दम तोड़ देती है, और जब परियोजना शुरू होती है, तब इन वादों की जगह ले लेती है – धूल, ध्वनि, नुकसान और नाराज़गी।
ऐसा ही कुछ हो रहा है छत्तीसगढ़ के सूरजपुर ज़िले में, जहां बिना ग्रामसभा की वास्तविक सहमति और स्थानीय जनता के व्यापक विरोध के बावजूद, प्रकाश इंडस्ट्रीज़ की कोल परियोजना (Prakash Industries coal mine) का काम पांच महीने पहले शुरू कर दिया गया। समय बीतने के साथ अब लोगों का जनआक्रोश फूट पड़ा है।