भाईदूज पर भाई बहन के स्नेह का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया
एमसीबी। दीपोत्सव के समापन पर भाई बहन के स्नेह का प्रतीक पर्व भाईदूज जिलेभर में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष दिन पर बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर दीर्घायु, सुख-समृद्धि और मंगलमय जीवन की कामना की।
सुबह से ही मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर, खोंगापानी, केल्हारी, बैकुंठपुर सहित आसपास के गांवों में पर्व की रौनक देखने को मिली। बहनों ने थाल में रोली, अक्षत, दीपक और मिठाइयाँ सजाकर भाइयों का स्वागत किया। भाइयों ने भी बहनों को वस्त्र, उपहार और मिठाई भेंट कर स्नेह का प्रतीक प्रस्तुत किया।
धार्मिक मान्यता के अनुसार भाईदूज का यह पर्व यमराज और उनकी बहन यमुना के प्रेम की स्मृति में मनाया जाता है। इसी दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे जहाँ बहन ने उनका तिलक कर आतिथ्य किया। तब से यह परंपरा अनवरत चली आ रही है।
जिले के बाजारों में दिनभर मिठाई, उपहार और पूजा सामग्री की खरीदी से रौनक बनी रही। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी भाई-बहन के स्नेह से भरे शुभकामना संदेशों की बाढ़ रही।
पुलिस प्रशासन एवं यातायात विभाग ने पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए थे वहीं कई सामाजिक संगठनों ने भी इस अवसर पर भाई-बहन सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया। भाईदूज के साथ ही दीपावली पर्व का समापन हो गया लेकिन घरों में अब भी खुशियों की मिठास और दीपों की रौनक बरकरार रही।


















