भ्रष्टाचार का अजगर बनकर जनसुनवाई में पहुंचा, कपड़े फटने तक रेंगते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा ग्रामीण
नीमच। जिले के पंचायत कांकरिया तलाई में भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ रहे मुकेश प्रजापत ने हाल ही में एक अनोखा तरीका अपनाया है, जो न सिर्फ सरकारी अधिकारियों को जगाने के लिए बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एक स्पष्ट संदेश देने के लिए था। मुकेश ने भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई अपनी शिकायतों और दावों को लेकर एक लंबी माला बनाई और खुद पर लपेट कर कलेक्ट्रेट पहुंचा। उसके इस अनोखे अंदाज को देखकर स्थानीय लोग और मीडिया भी हैरान रह गए।
मुकेश प्रजापत ने आरोप लगाया है कि कांकरिया तलाई पंचायत में तत्कालीन सरपंच और उनके पति द्वारा करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने इस भ्रष्टाचार के प्रमाण लोकायुक्त और मुख्यमंत्री को भी भेजे, लेकिन नीमच प्रशासन और शासन तंत्र ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। मुकेश का दावा है कि कांकरिया तलाई पंचायत में सवा करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ और इस भ्रष्टाचार के प्रमाण भी उसने संबंधित अधिकारियों को सौंपे हैं। इसके अतिरिक्त मुकेश ने तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ गुरुप्रसाद पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के गंभीर आरोप लगाए हैं और इस मामले में ईडी से जांच की मांग की है।
जनसुनवाई के दौरान मुकेश प्रजापत ने एक अनोखी प्रस्तुति दी, जिसमें उसने शिकायतों और सबूतों की लंबी माला बनाकर खुद पर लपेट लिया और कलेक्ट्रेट के भीतर अजगर की तरह रेंगते हुए दाखिल हुआ। उसकी यह अनोखी हरकत दर्शकों और मीडिया का ध्यान खींचने में सफल रही। इस दृश्य ने स्पष्ट संदेश दिया कि सरकारी तंत्र द्वारा भ्रष्टाचार की जांच और कार्रवाई की कमी के कारण समाज को किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।