मस्तक पर चंदन का त्रिपुंड और बेलपत्र अर्पित कर बाबा महाकालेश्वर का श्रृंगार
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में ज्येष्ठ माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि मंगलवार सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का सबसे पहले जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन किया।
मंगलवार को भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिपुण्ड लगाकर दिव्य श्रृंगार किया गया। श्री महाकालेश्वर को भस्म चढ़ाई गई। साथ ही शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। बाबा को फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भोले बाबा का ड्रायफ्रूट से आकर्षक श्रृंगार किया गया।