जमुना-कोतमा
ज्ञात हो कि केंद्रीय विद्यालय संगठन अपने अधीनस्थ विद्यालयों की गुणवत्ता परख एवम उसे बेहतर बनाए रखने के लिए हर वर्ष शैक्षणिक निरीक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। इसी क्रम में क्षेत्र के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान केंद्रीय विद्यालय एस.ई.सी.एल. जमुना कॉलरी में आज संगठन के निरीक्षण दल द्वारा दिनभर विद्यालय की समस्त गतिविधियों का निरीक्षण किया गया। छः सदस्यों के निरीक्षण दल की अध्यक्षता श्रीमती डॉ. सरोज डबास (सहायक आयुक्त के.वि.संगठन जबलपुर सम्भाग) ने की । सर्वप्रथम सभी सदस्यों के सम्मान में गणित शिक्षक श्री आदित्य मिश्रा के निर्देशन में विद्यालय के स्कॉउट& गाइड छात्रों द्वारा सलामी दी गई । इसी क्रम में प्रार्थना सभा का आयोजन एवं दल के सभी सदस्यों द्वारा सरस्वती पूजन किया गया इसके उपरांत प्राचार्य श्री मनोज कुमार ने निरीक्षण दल के सभी सदस्यों का हरित स्वागत किया । कार्यक्रम के अगले चरण में संगीत शिक्षक श्री शरदेन्दु प्रियदर्शी के निर्देशन में छात्रों द्वारा सामाजिक संदेशों से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए ।
जिनमें प्रमुख रूप से स्वच्छता ही सेवा और महिला सशक्तिकरण का संदेश सारगर्भित रूप में परिलक्षित हुआ । तन-मन के स्वास्थ्य को उत्तम रखने के लिए योग शिक्षिका सुश्री यासमीन के निर्देशन में छात्रों द्वारा ओजपूर्ण योग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । इसी श्रृंखला में विद्यालय के वर्ष भर की गतिविधियों के आईने के रूप में विद्यालय-पत्रिका एवं न्यूज लेटर(प्राथमिक विभाग लघु-पत्रिका) का विमोचन सहायक आयुक्त महोदया एवम दल के सदस्यों द्वारा हुआ। निरीक्षण दल द्वारा दिनभर विद्यालय की गतिविधियों को परखने के उपरांत वार्षिक निरीक्षण संगोष्ठी पुस्तकालय में आयोजित की गई, जिसमें दल के सदस्यों ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं स्वस्थ शैक्षणिक परिवेश हेतु प्राचार्य और शिक्षकों की सराहना करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता तथा छात्रों के बेहतर भविष्य निर्माण हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए जो आगामी शैक्षणिक योजनाओं में सार्थक सिद्ध होंगे।
अंत मे प्राचार्य महोदय ने निरीक्षण दल की अध्यक्षा श्रीमती डॉ. सरोज डबास एवं सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया । निरीक्षण के दौरान संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का संचालन सुश्री साजिदा,(सी.सी.ए. प्रभारी) सुश्री शिवांगी यादव(अंग्रेजी शिक्षिका) तथा श्री मृत्युंजय मिश्र(संस्कृत शिक्षक) द्वारा किया गया । निरीक्षण कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के सभी छात्रों, शिक्षकों, तथा कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा ।