आचमन और पीने लायक नहीं रहा गंगाजल : नदी में जा रहा 247 नाले का गंदा पानी
लखनऊ. गंगा अब पहले जैसी नहीं रही. इसका पानी अब दूषित हो रहा है. अब गंगा नदी का पानी आचमन और पीने लायक नहीं है. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal) का मानना है. जिस गंगा को हम और आप परम पवित्र मानते हैं
उसे दूषित किया जा रहा है. नमामी गंगे योजना की डींगे हांकने वाली केंद्र सरकार अब इन सब पर मौन है. अब इस योजना का जिक्र भी शायद ही सुनाई देता है. चुनावों के बाद ये योजना ऐसे गायब हुआ है मानों ‘गधे के सिर से सिंग’. गंगा की ऐसी हालत कर सरकार देश की जनता के साथ धोखा करने का काम कर रही है.