संवाददाता डबरा -भरत रावत
डबरा। आज डबरा के सराफा बाजार में कपड़ा व्यवसायी सुरेश बोधनी के गोदाम में अचानक लगी आग ने पूरे बाजार में हड़कंप मचा दिया। जैसे ही गोदाम से धुआं उठता दिखा, मैं तुरंत मौके पर पहुंचा और अपनी आंखों से इस भयानक घटना को देखा। लोगों में अफरा-तफरी मची हुई थी, और इसी बीच सूचना पाकर पुलिस और प्रशासन भी मौके पर पहुंचे, लेकिन नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही ने स्थिति को और गंभीर बना दिया।
स्थानीय फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बेकार, देरी से पहुंची सहायता
नगर पालिका डबरा के पास तीन फायर ब्रिगेड गाड़ियां होने के बावजूद, इनमें से दो गाड़ियां खराब पड़ी थीं। एकमात्र चालू फायर ब्रिगेड का उपयोग भी शहर की धूल कम करने के लिए किया जा रहा था, जबकि ऐसी आपातकालीन स्थिति में आग बुझाने का प्राथमिक काम छोड़ दिया गया। घटना स्थल पर गाड़ी पहुंचने में एक घंटे की देरी हुई, तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। फायर ब्रिगेड में जरूरी उपकरणों की कमी के कारण पानी का प्रेशर नहीं बन सका, जिससे आग पर नियंत्रण पाने में अत्यधिक समय लगा।
नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही और अपर्याप्त तैयारियां
नगर पालिका के पास ना तो प्रशिक्षित कर्मचारियों की टीम थी और ना ही आग बुझाने के लिए पर्याप्त साधन। स्थानीय लोगों और नगर पालिका के अनट्रेंड कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। इस बीच, नगर पालिका के पानी के टैंकर से आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अभाव में राहत कार्य बेहद धीमा रहा।
मकान में फंसे लोग, छत के रास्ते बचाई जान
घटना के दौरान, ऊपर की मंजिल पर एक महिला और बच्चा फंसे हुए थे, जो छत के रास्ते पड़ोसी के मकान में जाकर अपनी जान बचा सके। आग के कारण गोदाम के शटर को बाहर से नहीं खोला जा सका क्योंकि इसे अंदर से बंद किया गया था। यह स्थिति राहत कार्यों में और बाधा उत्पन्न कर गई, जिससे स्थानीय लोगों ने खिड़की तोड़कर किराएदारों को बाहर निकाला।
नगर पालिका उपाध्यक्ष ने लगाया गंभीर आरोप
स्थानीय वार्ड क्रमांक 24 के पार्षद और नगर पालिका उपाध्यक्ष ने नगर पालिका की लापरवाही पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बार-बार मुद्दे उठाने के बावजूद नगर पालिका में व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। उन्होंने सीएमओ प्रदीप भदोरिया पर आरोप लगाया कि वे किसी की भी सुनवाई नहीं करते, जिससे इस तरह की आपात स्थितियों में जान-माल का नुकसान बढ़ता जा रहा है।
व्यवसायी को लाखों का नुकसान, समय पर पहुंची होती फायर ब्रिगेड तो टल सकती थी दुर्घटना
कपड़ा व्यवसायी सुरेश बोधनी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने आग लगने की सूचना काफी पहले दी थी, परन्तु फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। गोदाम में रखे लाखों के कपड़े, गद्दे, रजाई, कंबल, और अन्य सामान पूरी तरह जलकर राख हो गए। इस नुकसान की भरपाई करना उनके लिए मुश्किल होगा, और यह हादसा नगर पालिका की लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बन गया है।
नगर पालिका की लापरवाही ने खोली व्यवस्थाओं की पोल
इस हादसे ने नगर पालिका डबरा की अपर्याप्त और लापरवाह व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। तीन में से दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां खराब पड़ी हैं, और बची हुई गाड़ी भी सिर्फ पानी छिड़काव के लिए उपयोग की जाती है। फायर ब्रिगेड स्टेशन से घटनास्थल की दूरी महज दो किलोमीटर है, जिसे पांच मिनट में तय किया जा सकता था, लेकिन नगर पालिका प्रशासन की नाकामी ने इस छोटी दूरी को भी बड़ा बना दिया।