100 दिवसीय निक्षय अभियान
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करेली … देश स्तरीय इस अभियान का उदेश्य यह है कि टीबी रोग से देश को मुक्त कराया जावे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक कराने के लिए हर स्तर पर कार्य कर रहा हैै। इस अभियान के जिला प्रभारी डॉ विनय ठाकुर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र करेली में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की। जिसमें बताया गया कि टी बी मरीजों को खोजने के लिए जिले में गांव गांव जाकर हम लोगों की जॉच कर रहे हैं। टीबी बीमारी के लक्षण बताते हुए कहा कि किसी व्यक्ति को पन्द्रह दिनों तक बुखार आ रहा हो तो वह टीबी की जॉच अवश्य कराये। जिले के 7 अस्पतालों में यह जॉच विशेष रूप से की जा रही है। रोगी के पहचान के लिए मुंह में आने वाली खखार से खून आता हो बार बार बुखार आ रहा हो। शरीर में कमजोरी के लक्षण होने की दशा में वह रोगी इलाज के लिए शासकीय चिकित्सालय में बिना देरी के इलाज निशुल्क करा सकता है। टीबी रोग शरीर के किसी भी अंग में हो सकती हैं। अधिकतर यह रोग फफड़ों में होता है। अभी एक मरीज ऐसा भी देखा गया कि उसके आंख में टी बी हो गया। टीबी रोग से बचने के उपाय के लिए व्यक्ति को भोजन में बिटााबिन के लिए फल सब्जियों को खाना चाहिए। जिससे शरीर को रोग से लडने की प्रतिरोधकता क्षमता बने। व्यक्ति को प्रतिदिन व्यायाम व योग करना चाहिए। लोगों को नशे की आदतें अधिक हो रहीं हैं शराब तम्बाखू सेवन के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। पुरूषों के साथ साथ महिलाओं को तम्बाखू खाने की आदत होने से उन्हें अनेक घातक बीमारियां हो रही हैं। हमारे जिले में एक वर्ष में 66 लोग इस बीमारी से मर चुके है। यह आंकड़ा प्रदेश में सबसे अघिक है। इसलिए हर व्यक्त को इसे गंभारता से लेते हुए जॉच अवश्य करायें। तभी हमारा यह अभियान सफल होगा और भारत टीबी रोग से मुक्त हो सकेगा।