भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइफेड द्वारा शिमला के गेयटी थिएटर में आदिवासी कला और शिल्प पर आधारित “आदी बाजार” एक बिक्री व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है ।
दस दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के आदिवासी कारीगरों की विविध और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करना है। देश के विभिन्न राज्यों सहित हिमाचल के आदिवासी कारीगर इसमे भाग ले रहे हैं, जो वस्त्रों, जैविक उत्पादों और अनूठी जड़ी-बूटियों का एक उत्कृष्ट संग्रह प्रस्तुत कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के जीवंत और जटिल वस्त्र शिल्प शामिल हैं, जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।